समाजवादी पार्टी छोड़ सकते हैं आजम खान, अखिलेश यादव से नाराज- रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी (सपा) को जल्द ही एक बड़ा झटका लग सकता है। खबर है कि वरिष्ठ नेता आजम खान पार्टी छोड़ने जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आजम इस बात से नाराज हैं कि अखिलेश यादव उनसे जेल में केवल एक बार मिलने आए। उनके एक करीबी विधायक ने यह आरोप भी लगाया कि आजम को पार्टी में लगातार किनारे किया जा रहा है। इससे पहले शिवपाल यादव के सपा से गठबंधन तोड़ने की खबरें भी आ चुकी हैं।
आजम के मीडिया सलाहकार ने कहा- केवल एक बार जेल जाकर मिले अखिलेश
आजम खान के अखिलेश से नाराज होने की ये बात रामपुर में आजम के समर्थकों की सभा में उनके मीडिया इनचार्ज फसाहत खान शानू ने कही। उन्होंने कहा, "आजम खान के इशारे पर न केवल रामपुर बल्कि कई जिलों के मुस्लिमों ने सपा को वोट दिया। लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुस्लिमों का पक्ष नहीं लिया। आजम दो साल से अधिक से जेल में बंद हैं, लेकिन सपा अध्यक्ष केवल एक बार जेल में उनसे मिलने गए।"
आजम को जेल से बाहर नहीं देखना चाहते अखिलेश- फसाहत
फसाहत ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा था कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं। उन्होंने कहा कि पार्टी में मुस्लिमों को अहमियत नहीं दी जा रही है और अखिलेश को उनसे बदबू आने लगी है।
आजम पार्टी छोड़ सकते हैं, लेकिन किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होंगे- विधायक
आजम के करीबी एक विधायक ने भी माना है कि अखिलेश के 2017 में पार्टी की कमान संभालने के बाद से ही आजम को लगातार किनारे किया जा रहा और जहां तक कि मुलायम सिंह यादव को भी किनारे कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "आजम खान सपा छोड़ सकते हैं, हालांकि वो कुछ समय तक किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। उनके पास ये मानने का हर कारण है कि पार्टी नेतृत्व ने उनके साथ विश्वासघात किया है।"
सपा के कद्दावर नेताओं में शामिल हैं आजम खान
बता दें कि आजम उत्तर प्रदेश और सपा के सबसे कद्दावर मुस्लिम नेताओं में शामिल हैं। वह 1980 से ही रामपुर सीट को जीत रहे हैं औऱ केवल एक बार 1996 में उन्हें कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा। भ्रष्टाचार के मामलों में फरवरी, 2020 से जेल में बंद आजम ने जेल में रहते हुए ही हालिया विधानसभा चुनाव लड़ा था और रामपुर से चुनाव जीते थे। 22 मार्च को उन्होंने सांसदी से इस्तीफा देकर विधायकी चुनी थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में राज्य की 403 सीटों में से 273 पर भाजपा और उसके सहयोगियों ने जीत दर्ज की है। इसके साथ ही भाजपा दोबारा सत्ता में लौट आई है। सपा और उसके सहयोगी मात्र 125 सीट ही जीत पाए, वहीं मायावती की बहुजन समाज पार्टी लगभग साफ हो गई है और मात्र एक सीट जीत हासिल की। कांग्रेस ओर अन्य ने केवल दो-दो सीटें अपने नाम की हैं।
एक बार पार्टी से निकाले जा चुके हैं आजम खान
आजम खान को एक बार सपा से बाहर भी निकाला जा चुका है। मई, 2009 में उन्हें छह साल के लिए पार्टी से बाहर किया गया था, लेकिन डेढ़ साल बाद दिसंबर, 2010 में ही उन्हें वापस बुला लिया गया।