ओवैसी पर फायरिंग मामले में अमित शाह का संसद में बयान, Z सुरक्षा लेने की अपील
क्या है खबर?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग के मामले में आज संसद में बयान जारी किया।
अपने बयान में पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने ओवैसी से Z श्रेणी की सुरक्षा स्वीकार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले भी कई बार ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दे चुकी है, लेकिन वो इससे इनकार कर देते हैं।
बयान
शाह ने क्या कहा?
राज्यसभा को घटना की जानकारी देते हुए शाह ने कहा, "3 फरवरी, 2022 को शाम लगभग 5.20 बजे श्री असदुद्दीन ओवैसी ठिठोड़ और मेरठ में जनसंपर्क कार्यक्रम करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे। जब उनका काफिला छिजारसी टोल प्लाजा, हापुड़ से गुजरा तो दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनके काफिले पर गोलियां चलाई गईं। इस घटना में श्री ओवैसी सुरक्षित बच गए, लेकिन उनके वाहन के निचले हिस्से में तीन गोलियों के निशान दिखाई दिए।"
बयान
शाह बोले- ओवैसी का पहले से तय नहीं था ओवैसी का कार्यक्रम
शाह ने बताया कि तीन गवाहों ने घटना को देखा और मामले में हापुड़ के पिलखुवा थाने में FIR दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि ओवैसी का हापुड़ में पहले से तय कार्यक्रम नहीं था और आवागमन की कोई सूचना भी जिला प्रशासन को नहीं भेजी गई थी।
उन्होंने आगे कहा, "ओवैसी घटना के बाद सुरक्षित दिल्ली वापस लौट गए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया.. स्थानीय पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।"
सुरक्षा
पहले भी ओवैसी को सुरक्षा देने का निर्देश दे चुकी है सरकार- शाह
शाह ने बताया कि केंद्र सरकार पहले भी खतरे के आंकलन के आधार पर ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दे चुकी है, लेकिन उनकी अनिच्छा के कारण दिल्ली और तेलंगाना पुलिसों के प्रयास असफल रहे।
उन्होंने कहा कि ओवैसी के खतरे का दोबारा मूल्यांकन कराया गया है और इसके आधार पर उन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि वे ओवैसी से विनती करेंगे कि वे तत्काल सुरक्षा लेकर सबकी चिंता का समाधान करें।
मामला
क्या है ओवैसी पर फायरिंग का पूरा मामला?
बीते गुरूवार को मेरठ से चुनाव प्रचार करके लौट रहे ओवैसी की कार पर छिजारसी टोल प्लाजा पर हमला किया गया था।
उनकी गाड़ी पर कई गोलियां चलाई गई थीं और तीन गोलियों के निशान तो गाड़ी पर देखे भी जा सकते थे। वे हमले में सुरक्षित बचने में कामयाब रहे थे।
राज्य पुलिस ने मामले में सचिन और शुभम नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
सुरक्षा का मामला
हमले के बाद गृह मंत्रालय ने दी थी सुरक्षा, ओवैसी ने ठुकराई
इस हमले की समीक्षा करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ओवैसी को Z श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया था, हालांकि ओवैसी ने इस सुरक्षा को ठुकरा दिया।
लोकसभा में अपने फैसले का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा था, "मैं मौत से नहीं डरता। मुझे Z श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए, मैं इसे ठुकराता हूं। हमें 'A' श्रेणी का नागरिक बनाइए। मैं चुप नहीं रहूंगा। कृपया न्याय करें... हमलावरों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया जाए।"