
अखिलेश यादव ने की आजम खान से मुलाकात, कहा- वे पार्टी की धड़कन हैं
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खान के जेल से छूटने के बाद पहली बार मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच 2 घंटे तक बातचीत हुई। इसके बाद अखिलेश ने कहा कि आजम साहब बहुत पुराने नेता हैं और पार्टी के पेड़ हैं, जिनका गहरा साया हमेशा साथ रहा है। बता दें कि 23 सितंबर को आजम जेल से रिहा हुए थे। तब अखिलेश उन्हें लेने नहीं पहुंचे थे, जिस पर उनकी खूब आलोचना हुई थी।
बयान
अखिलेश बोले- पुराने नेताओं की बात ही अलग
अखिलेश ने कहा, "मैं जेल में आजम साहब से मिलने नहीं जा पाया था, लेकिन अब आया हूं। आजम खान हमारी पार्टी की धड़कन हैं। पुराने लोगों की बात ही अलग होती है। आजम खान और उनके परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाया गया है। समाजवादी पार्टी हमेशा अपने पुराने साथियों के साथ खड़ी है। आजम परिवार पर भाजपा केस कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है। यह बड़ी लड़ाई है और उसमें हम सब मिलकर लड़ेंगे।"
मुलाकात
2 घंटे तक बंद कमरे में हुई बातचीत
अखिलेश सुबह साढ़े 11 बजे लखनऊ से निजी विमान से रामपुर के लिए निकले। वह पहले बरेली पहुंचे और फिर हेलिकॉप्टर से रामपुर के जौहर विश्वविद्यालय आए। यहां अखिलेश को आजम ने खुद रिसीव किया और दोनों नेता एक ही कार में बैठकर घर पहुंचे। करीब 2 घंटे तक दोनों के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। मुलाकात की तस्वीरें साझा कर अखिलेश ने लिखा, 'क्या कहें भला उस मुलाकात की दास्तान, जहां बस जज्बातों ने खामोशी से बात की।'े
मायने
मुलाकात के सियासी मायने
रामपुर की राजनीति में आजम हमेशा समाजवादी पार्टी का अहम चेहरा रहे हैं। हालांकि, पिछले कुछ सालों में आजम पर जमीन कब्जे, भैंस चोरी, बिजली चोरी जैसे कई मामलों में मुकदमे दर्ज हुए और वे जेल भी गए। इस दौरान SP के शीर्ष नेतृत्व और आजम के बीच दूरी बढ़ने की चर्चा तेज हुई। आजम के समर्थकों ने नाराजगी जताई कि अन्याय के दौरान पार्टी ने आजम से दूरी बना ली। ऐसे में इस मुलाकात के कई सियासी मायने हैं।
परिचय
SP के संस्थापक सदस्य हैं आजम, 70 से ज्यादा सीटों पर दबदबा
आजम SP के संस्थापक सदस्यों में से हैं और पार्टी का प्रमुख मुस्लिम चेहरा रहे हैं। आजम ने खुद कहा था कि मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री रहते उनके बिना कैबिनेट बैठक शुरू नहीं होती थी। वे 4 बार मंत्री रहे। हालांकि, उनके ऊपर 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुई, जिनमें सजा भी हुई। सभी मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। 23 महीने जेल में रहने के बाद 23 सितंबर को आजम रिहा हुए थे।