विपक्षी एकता को झटका; AAP बोली- कांग्रेस ने अध्यादेश का विरोध नहीं किया तो गठबंधन नहीं
क्या है खबर?
बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी पार्टियों की बैठक खत्म हो गई है। इसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे।
बैठक खत्म होने के कुछ ही देर बाद AAP ने एक बयान जारी किया, जो विपक्षी एकता की कवायद के लिए धक्का साबित हो सकता है।
AAP ने कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक कांग्रेस दिल्ली पर केंद्रीय अध्यादेश का विरोध नहीं करती, तब तक कोई गठबंधन नहीं होगा।
सवाल
AAP ने पूछा- कांग्रेस दिल्ली की जनता के साथ या मोदी के
AAP ने कहा, "बैठक में मौजूद 15 पार्टियों में से 12 के राज्यसभा में सांसद हैं। इन 12 में से 11 ने अध्यादेश का विरोध करने का फैसला किया है। केवल कांग्रेस ने अपना रुख अभी तक साफ नहीं किया। कांग्रेस हर मुद्दे पर स्टैंड लेती है, लेकिन काले अध्यादेश पर अभी तक उसने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। कांग्रेस तय करे कि वह दिल्ली के लोगों के साथ है या मोदी सरकार के साथ है।"
नीयत
AAP ने कांग्रेस की नीयत पर उठाए सवाल
AAP ने कहा, "बैठक के दौरान कई पार्टियों ने कांग्रेस को केंद्र के अध्यादेश की सार्वजनिक तौर पर निंदा करने को कहा, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया। कांग्रेस की चुप्पी उसके इरादों को लेकर संदेह पैदा करती है। व्यक्तिगत तौर पर कांग्रेस नेताओं से हुई चर्चा से इस बात के संकेत मिले हैं कि अध्यादेश पर वोटिंग से कांग्रेस राज्यसभा में दूरी बना सकती है। ऐसा करने से भाजपा को फायदा होगा।"
गठबंधन
AAP ने और क्या कहा?
AAP ने कहा, "अध्यादेश जैसे महत्वपूर्ण मामले पर कांग्रेस का संकोच भरा रवैया AAP के लिए उन सभी गठबंधन में शामिल होने की मुश्किलों को बढ़ा देगा, जिनमें कांग्रेस शामिल है। जब तक कांग्रेस अध्यादेश का सार्वजनिक विरोध नहीं करती और ये घोषणा नहीं करती कि उसके सभी राज्यसभा सांसद इसके खिलाफ वोट करेंगे, तब तक AAP के लिए विपक्षी एकता से जुड़ी किसी भी बैठक में शामिल होना मुश्किल होगा।"
पार्टी
पटना में आज जुटी थीं विपक्षी पार्टियां
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में आज पटना में 15 पार्टियों के 27 नेता शामिल हुए थे।
इसमें ममता बनर्जी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, एमके स्टालिन, हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, लालू प्रसाद यादव, शरद पवार, अखिलेश यादव, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, डेरेक ओ ब्रायन और आदित्य ठाकरे आदि शामिल रहे।
बैठक के बाद नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की, जिससे केजरीवाल ने दूरी बना ली।
शिमला
शिमला में होगा बैठक का अगला चरण
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताओं ने कहा कि बैठक का अगला चरण 10-12 जुलाई को शिमला में आयोजित किया जाएगा, जिसकी अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
खड़गे ने कहा, "10-12 जुलाई को फिर से शिमला में बैठक होगी। वहां पर बैठकर एजेंडा बनाया जाएगा। उसमें किन-किन चीजों पर निर्णय ले सकते हैं, हर राज्य में कैसे काम करना होगा, इस पर चर्चा होगी।"
उन्होंने कहा कि हर राज्य में चुनाव लड़ने की अलग रणनीति तैयार की जाएगी।