आंध्र प्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के रोड शो में भगदड़, 8 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में बुधवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के रोड शो के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें एक महिला समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई, वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब नायडू TDP के एक अभियान के तहत क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए जा रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस के मुताबिक, नेल्लोर के कंदुकुरु में रोड शो के दौरान नायडू का काफिला गुजरने पर उनकी एक झलक पाने के लिए उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान लोगों के बीच धक्का-मुक्की होने के बाद भगदड़ मच गई। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ के दौरान सीमेंट की एक रेलिंग टूट गई जिसके कारण कई लोग पास में बह रहे नाले में गिर गए।
मृतकों के परिवारों को दी जाएगी वित्तीय सहायता
TDP ने ट्वीट कर बताया कि चंद्रबाबू नायडू ने हादसे में मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। पार्टी ने कहा कि पीड़ित परिवारों के बच्चों को NTR ट्रस्ट की तरफ से मुफ्त में शिक्षा भी प्रदान की जाएगी। नायडू हादसे में घायल कार्यकर्ताओं का हालचाल लेने अस्पताल भी पहुंचे।
नायडू के बेटे ने भी हादसे पर जताया दुख
TDP के राष्ट्रीय महासचिव और चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'TDP कार्यकर्ताओं की मौत पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।' उन्होंने कहा कि TDP मृतकों के परिवारों की हर प्रकार की सहायता प्रदान करेगी।
2024 में आंध्र प्रदेश में होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू 2024 में होने वाले आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लगातार प्रचार कर रहे हैं। नायडू ऐलान कर चुके हैं कि अगर चुनाव में उनकी पार्टी नहीं जीती तो यह उनके जीवन का अंतिम चुनाव होगा। चुनाव के मद्देनजर नारा लोकेश जनवरी में 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने वाले हैं। TDP को 2019 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पार्टी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।