मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स में स्थित हैं ये पांच खूबसूरत पर्यटन स्थल
अगर आप अपनी छुट्टियों को रोमांचकारी और साहसिक बनाना चाहते हैं तो इसके लिए मेघालय का वेस्ट गारो हिल्स नामक जिला एक आदर्श ऑफबीट पर्यटन स्थल है। यह लगभग 3,714 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह जिला अपने बायोस्फीयर रिजर्व, झीलें, झरने और चोटियों के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि यह पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। आइए हम आपको वेस्ट गारो हिल्स के पांच प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं।
पेल्गा फॉल्स
मेघालय के तुरा शहर से सात किमी दूरी पर स्थित पेल्गा फॉल्स हाल के वर्षों में युवाओं के लिए बेहतरीन पर्यटन स्थल बन गया है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां फुटपाथ और एक व्यूपॉइंट भी बनाया गया था। गनोल नदी पर बना एक पारंपरिक गारो बांस का पुल भी यहां का आकर्षण है। अगर आप शहरी भीड़भाड़ से दूर रहकर अपने जीवन के कुछ क्षण शांति और सुकून से बिताना चाहते हैं तो यहां का रुख जरूर करें।
तुरा पीक
स्थानीय लोगों के मुताबिक, तुरा पीक देवताओं का घर है और ऐसा भी कहा जाता है कि इसे वास्तव में ड्यूरा कहा जाता था, लेकिन अंग्रेजों ने इसका नाम तुरा रखा। यह वेस्ट गारो हिल्स का सबसे बड़ा शहर है। ऐसे में इसे पूरे तुरा रेंज के लिए एक आरक्षित वन क्षेत्र भी घोषित किया गया है। इस पीक से दिखने वाला निचली ब्रह्मपुत्र घाटी का नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर सकता है।
नोक्रेक बायोस्फीयर रिजर्व
नोक्रेक गारो हिल्स की सबसे ऊंची चोटी है और इसे राज्य के वन विभाग ने बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया हुआ है। दुर्लभ पौधों और जानवरों के लिए आवास बने इसे नेशनल पार्क में साइट्रस-इंडिका पौधे की एक दुर्लभ प्रजाति भी है, जिसे स्थानीय लोग मी.मंग नारंग कहते हैं। स्थानीय भाषा में इसका अर्थ "संतरे की आत्मा" है। नोक्रेक मेघायल की ऐसी जगह है, जहां से राज्य की अधिकतर नदियां निकलती हैं।
रोंगबैंग डेयर
चिनबांग गांव के पास मौजूद रोंगबैंग डेयर नामक खूबसूरत झरना मानसून के मौसम में और भी अधिक सौंदर्यपूर्ण रूप से मनभावन लगता है। इसके चारों ओर लंबे-लंबे बांस का जंगल है, जो इस झरने की खूबसूरती को अधिक बढ़ा देते हैं। यह झरना तुरा से लगभग 39 किमी दूर है। ऐसे में वहां से आपको इस झरने तक पहुंचने में डेढ़ घंटे से भी अधिक का समय लग सकता है।
ससातग्रे गांव
नोक्रेक पीक में स्थित ससातग्रे गांव वह जगह है, जहां जाकर आप गारो परंपराओं और संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। यहां के ज्यादातर घर गारो पैटर्न में बने हैं, जो देखने में काफी अच्छे लगते हैं। इस गांव में सबसे ज्यादा संतरे की खेती होती है। यही कारण है कि यह गांव आपको कई संतरों के पेड़ों से घिरा हुआ नजर आता है। यह गांव नोक्रेक बायोस्फीयर रिजर्व के नजदीक है।