त्योहारों के दौरान इन डेयरी उत्पादों में की जाती है सबसे ज्यादा मिलावट, जांच कर खरीदें
क्या है खबर?
त्योहारों के जश्न के दौरान लोग जी भर के पेट पूजा करते हैं। दिवाली जैसे त्योहारों पर खास तौर से मिठाइयां, स्नैक्स और विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं। हालांकि, इन पर्वों के उत्सव के बीच देशभर में दूध से बने खाद्य पदार्थों में मिलावट की जा रही है। इन 5 डेयरी उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विक्रेता इनमें सिंथेटिक सामग्रियां मिलाते हैं, जिनका सेवन करके आप बीमार हो सकते हैं।
#1
पनीर
त्योहारों पर लगभग हर घर में पनीर बनता है, लेकिन इन दिनों इसी खाद्य पदार्थ में सबसे ज्यादा मिलावट की जाती है। इस बीच भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने देश के कई राज्यों में हजारों किलो मिलावटी पनीर नष्ट किया है। यह पनीर दूध के पाउडर, मैदे और चाक के पाउडर आदि जैसी सामग्रियों से तैयार किया जाता है। ऐसे में पनीर खरीदने से पहले उसकी शुद्धता की जांच जरूर कर लें।
#2
खोया
दिवाली पर ज्यादातर मिठाइयां खोया यानि मावा से बनती हैं, जिसमें भी मिलावट करने की खबरें सामने आ रही हैं। इसकी खपत को पूरा करने के लिए विक्रेता इसे नकली दूध से तैयार करके बेच रहे हैं। खोया लेने से पहले उसे मीसकर और सूंघकर देखें। ताजा खोया खुशबूदार होता है, वहीं मिलावट वाले से दुर्गंध आ सकती है। अगर मीसने पर खोया दानेदार लगे तो समझ जाएं कि वह असली है, जबकि चिपचिपा खोया नकली हो सकता है।
#3
घी
हर त्योहार पर पूजा-पाठ और खान-पान में घी का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, लागत कम करने के लिए अक्सर घी में वनस्पति या रिफाइंड तेल की मिलावट की जाती है। इस तरह का मिलावट वाला घी बहुत चमकदार दिखता है और उसकी सुगंध बहुत तेज होती है। तेल और वसा मिलाने से घी में बीटा-सिटोस्टेरॉल और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे इसके सभी स्वास्थ्य लाभ खत्म हो जाते हैं।
#4
दूध
सभी डेयरी उत्पादों का आधार ही दूध होता है, लिहाजा उसमें सबसे ज्यादा मिलावट की जाती है। कुछ विक्रेता मात्रा और गाढ़ापन बढ़ाने के लिए दूध में पानी, स्टार्च या डिटर्जेंट जैसी हानिकारक सामग्री मिलाते हैं। दूध की शुद्धता जांचने के लिए आप कई तरह के परीक्षण कर सकते हैं। इनमें पानी वाला परीक्षण, डिटर्जेंट वाला परीक्षण, बनावट वाला परीक्षण और स्क्रैच परीक्षण आदि शामिल हैं। साथ ही दूध की स्थिरता भी उसकी शुद्धता का सबूत होती है।
#5
मिठाइयां
कोई भी पर्व बिना मिठाइयों के पूरा नहीं होता और इस दौरान कई विक्रेता अपनी दुकानों पर मिलावटी मिठाइयां बेचते हैं। इन्हें खाने के बाद स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और पेट खराब हो सकता है। सबसे ज्यादा मिलावट खोया, छेने और दूध से बनी मिठाइयों में की जाती है। साथ ही मिठाइयों पर लगाए जाने वाले चांदी के वर्क में भी मिलावट की जाती है। आप मिठाइयों की गुणवत्ता जांचने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।