पौधों की मिट्टी को इस तरह करें तैयार, अच्छे से उगेंगे फल और फूल
अगर आप यह चाहते हैं कि आपका गार्डन और घर में लगे पौधे हरे-भरे रहें और उनमें अच्छे से फल और फूल उगें तो इसके लिए पौधों की मिट्टी का सही होना जरूरी है। दरअसल, अगर मिट्टी सही न हो या फिर इसे बेहतर पोषण न मिले तो पौधों की वृद्धि की संभावना कम हो जाती है। आइए आज आपको बताते हैं कि पौधों की मिट्टी का किस तरह से ध्यान रखना चाहिए।
ऐसे करें मिट्टी का चयन
पौधों के लिए ऐसी मिट्टी का चयन करना बेहतर है जिसमें सभी पोषक तत्व सही मात्रा में मौजूद हों और मिट्टी की पानी सोखने की क्षमता भी बेहतर हो। हालांकि किसी एक प्रकार की मिट्टी हर पौधों के लिए उपयुक्त नहीं होती है। वैसे दोमट मिट्टी लगभग सभी पौधों के लिए अच्छी मानी जाती है क्योंकि इसमें क्ले की मात्रा अधिक होती है। इस मिट्टी में उच्च पोषक तत्व और पानी सोखने करने की क्षमता भी अधिक होती है।
मिट्टी की प्रकृति को देखें
पौधों के उचित विकास के लिए मिट्टी की प्रकृति का ध्यान भी जरूर रखें। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि मिट्टी अम्लीय है या क्षारीय है या फिर मिश्रित क्योंकि ऐसे कुछ पौधे हैं जिनके विकास के लिए मिट्टी में पीएच (pH) लेवल और पोषक तत्व का संतुलन होना बहुत महत्वपूर्ण है। आजकल मार्केट में कई ऐसे गैजेट्स हैं जिनकी मदद से आप अपने पौधों की मिट्टी के पीएच लेवल को आसानी से माप सकते हैं।
मिट्टी को करें टेस्ट
घर में कोई भी पौधा लगाने से पहले मिट्टी को टेस्ट करना आवश्यक है। इसके लिए आप मिट्टी का लिटमस टेस्ट या pH टेस्ट कर सकते हैं। लिटमस टेस्ट के लिए आपको मिट्टी के नमूनों को लिटमस पेपर पर डालना होगा। अगर यह पेपर लाल हो तो समझ लीजिए कि मिट्टी का pH सात से ऊपर है और यह अम्लीय है। आपको टेस्ट में यह भी देखना होगा कि मिट्टी का रंग, बनावट और इसकी पानी की खपत कितनी है।
पोषण का रखें ध्यान
पौधों के साथ-साथ मिट्टी की देखभाल भी समय-समय पर करनी चाहिए। अगर मिट्टी में किसी भी पोषक तत्व की कमी होती है तो उसमें उर्वरकों को मिलाने की आवश्यकता है। वैसे पौधों के सभी पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के सबसे अच्छा स्रोत सेंधा नमक है क्योंकि इसमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो पौधों के विकास के लिए जरूरी हैं। इसलिए पौधों की मिट्टी में सीमित मात्रा में सेंधा नमक जरूर डालें।