सिर्फ जंक फूड ही नहीं बल्कि मोटापे के पीछे हो सकते हैं ये कारण, जानिए
क्या है खबर?
मोटापा एक जटिल स्थिति है, जो केवल खान-पान की आदतों पर निर्भर नहीं करती।
कई बार मोटापे के पीछे अन्य कारण होते हैं जैसे आनुवांशिकता, जीवनशैली, मानसिक स्वास्थ्य और हार्मोनल बदलाव।
इस लेख में हम इन विभिन्न कारणों को समझने की कोशिश करेंगे और जानेंगे कि मोटापा किन-किन वजहों से हो सकता है।
यह जानना जरूरी है कि कोई व्यक्ति इसलिए मोटा नहीं है कि वह जंक फूड का सेवन करता है।
#1
आनुवांशिकता का प्रभाव
मोटापा केवल खाने की आदतों का परिणाम नहीं होता, बल्कि इसमें आनुवांशिकता का भी बड़ा योगदान होता है।
कई बार व्यक्ति के परिवार में मोटापे का इतिहास होता है, जिससे उनके शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा होने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
ऐसे मामलों में व्यक्ति चाहे कितना भी स्वस्थ खाए, उनका वजन नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए यह कहना गलत होगा कि सभी मोटे लोग जंक फूड खाते हैं।
#2
जीवनशैली और शारीरिक गतिविधि
जीवनशैली और शारीरिक गतिविधि भी मोटापे में अहम भूमिका निभाती हैं।
कुछ लोग काम के कारण या अन्य वजहों से शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रह पाते, जिससे उनका वजन बढ़ सकता है।
यहां तक कि अगर वे संतुलित आहार लेते हों, फिर भी उनकी जीवनशैली के कारण वजन बढ़ सकता है।
इसलिए जरूरी नहीं कि हर मोटा व्यक्ति अनहेल्दी खाता हो। उनकी जीवनशैली भी इसका एक बड़ा कारण हो सकती है।
#3
मानसिक स्वास्थ्य का असर
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे तनाव या अवसाद भी वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती हैं।
कई बार लोग भावनात्मक रूप से परेशान होने पर ज्यादा खाना शुरू कर देते हैं या फिर उनके शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे वजन बढ़ता है।
ऐसे मामलों में व्यक्ति भले ही स्वस्थ आहार ले रहा हो, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के कारण उनका वजन नियंत्रित करना कठिन हो जाता है।
#4
हार्मोनल बदलाव और बीमारियां
कुछ हार्मोनल बदलाव और बीमारियां जैसे थायरॉइड विकार या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) भी वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं।
इन स्थितियों में शरीर की चर्बी जमा करने की क्षमता बदल जाती है, जिससे व्यक्ति का वजन बिना किसी खास वजह के बढ़ने लगता है।
ऐसे में खान-पान पर ध्यान देने के बावजूद वजन कम करना मुश्किल होता है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि मोटापा केवल अनहेल्दी खाने का परिणाम नहीं होता।