
पवनमुक्तासन: पाचन क्रिया को सुधारने में मदद कर सकता है यह योगासन, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
पवनमुक्तासन एक ऐसा योगासन है, जो पाचन क्रिया को सुधारने में काफी मदद कर सकता है। इस आसन को रोजाना करने से न केवल पेट की समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि पूरा शरीर स्वस्थ रहता है। इस लेख में हम आपको पवनमुक्तासन की प्रक्रिया, इसके फायदे और इसे करते समय बरतने योग्य सावधानियों के बारे में विस्तार से बताएंगे। इससे आप इसे सही तरीके से कर सकेंगे और इसके सभी लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
अभ्यास
कैसे किया जाता है पवनमुक्तासन?
पवनमुक्तासन योग करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ते हुए छाती के पास ले जाएं। अब दोनों हाथों को घुटनों पर रखते हुए उंगलियों को आपस में कस लें। इसके बाद सिर और कंधों को जमीन से उठाते हुए नाक को दोनों घुटनों के बीच लगाने की कोशिश करें। कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में बने रहने की कोशिश करें और फिर धीरे-धीरे सामान्य मुद्रा में आएं।
टिप्स
अभ्यास के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
पवनमुक्तासन करते समय शरीर में किसी प्रकार का तनाव और तकलीफ नहीं होना चाहिए। अगर आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या है या पेट की सर्जरी हुई है तो इस आसन को करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इसके अलावा अगर आपको गर्दन या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कोई समस्या है तो इस आसन को करने से बचें। इसे करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना बेहतर होगा।
फायदे
पवनमुक्तासन के नियमित अभ्यास से मिलने वाले फायदे
पवनमुक्तासन पाचन क्रिया को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आसन कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होता है। इसके अलावा यह शरीर के अंदरूनी अंगों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और उनको मजबूत बना सकता है। नियमित रूप से पवनमुक्तासन करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है। यह आसन तनाव को कम करता है, जिससे मानसिक शांति भी मिलती है।
सावधानियां
पवनमुक्तासन करते समय बरतें ये सावधानियां
अगर आप पहली बार पवनमुक्तासन कर रहे हैं तो किसी जानकार की निगरानी में इसे करें। गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को उच्च रक्तचाप या सिरदर्द की समस्या है, उन्हें भी इस आसन से बचना चाहिए। नियमित रूप से पवनमुक्तासन करके आप न केवल अपनी पाचन क्रिया को सुधार सकते हैं, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। इसलिए, आज ही से इस योगासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।