हैंगिंग लेग रेज: जानिए कैसे की जाती है यह एक्सरसाइज और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
अगर आप रोजाना सही तरीके से कुछ मिनट हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज करते हैं तो इसके बाद आपको अन्य कोई भी एक्सरसाइज करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
यह एक्सरसाइज पूरे शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ कई अन्य स्वास्थ्य लाभ देने में भी सक्षम है।
इसलिए आपके लिए इस एक्सरसाइज को अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल करना लाभदायक हो सकता है।
आइए आज आपको इस एक्सरसाइज से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
अभ्यास
हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज करने का तरीका
सबसे पहले पुल-अप बार के नीचे सीधे खड़े हो जाएं और फिर अपने दोनों हाथों से पुल-अप बार को पकड़ें।
अब अपनी पीठ से ऊपर के शरीर को पूरी तरह से सीधा रखते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं।
अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़े बिना 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं।
यह इस एक्सरसाइज की एक रेप्स है। ऐसे कम से कम 10 रेप्स करें।
सावधानी
एक्सरसाइज के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
अगर आपके कंधों या पीठ में किसी भी प्रकार की चोट या दर्द है तो हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज को करने से बचें।
अगर आप अर्थराइटिस से ग्रस्त हैं या फिर आपके किसी पैर या फिर घुटने में दर्द है तो भी इस एक्सरसाइज को न करें।
मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को इस एक्सरसाइज का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
किसी भी बीमारी के दौरान इस एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
फायदे
हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज के नियमित अभ्यास के फायदे
हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज मोटापे से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
इस एक्सरसाइज से शरीर का पॉश्चर ठीक करने में भी मदद मिलती है।
इस एक्सरसाइज का अभ्यास करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
इस एक्सरसाइज से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है और इससे शरीर में लचीलापन भी आता है।
एब्स बनाने और एब्स को टोन करने के लिए भी इस एक्सरसाइज का अभ्यास करना फायदेमंद होता है।
यह एक्सरसाइज शरीर को आकर्षक रूप देती है।
गलतियां
एक्सरसाइज के दौरान की जाने वाली आम गलतियां
हैंगिंग लेग रेज एक्सरसाइज को करते समय अपनी पीठ पर अधिक तनाव न डालें और ऊपर-नीचे होने की गति को धीमा रखें।
यह एक्सरसाइज करते समय अपनी सांस को न रोकें।
इस एक्सरसाइज को करते समय अपनी गर्दन पर अधिक दबाव न डालें क्योंकि इससे दर्द या खिंचाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
शुरूआत में इस एक्सरसाइज का अभ्यास अधिक समय तक न करें बल्कि धीरे-धीरे अपना समय बढ़ाएं।