स्वाद और पोषण का भंडार है मूंगदाल चाट, जानिए इसकी रेसिपी
गर्मियों के दौरान अमूमन लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि खाने में ऐसा क्या बनाया जाए, जो जल्दी भी बन जाए और स्वादिष्ट भी हो। अगर कुछ समझ नहीं आता तो लोग बाहर से खाना ऑर्डर कर देते हैं, लेकिन रोजाना बाहर का खाना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए आज हम आपको स्वादिष्ट और पौष्टिक मूंगदाल चाट की रेसिपी बताते हैं, जिसे किसी भी समय आसानी से बनाकर खाया जा सकता है।
मूंगदाल चाट बनाने के लिए आवश्यक चीजें
1) एक कप पीली मूंगदाल (रातभर पानी में भिगोई हुई) 2) बारीक कटी एक प्याज 3) बारीक कटा एक टमाटर 4) बारीक कटी एक हरी मिर्च 5) एक चम्मच चाट मसाला 6) एक चम्मच भुना जीरा पाउडर 7) आधी छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर 8) नमक (स्वादानुसार) 9) आधी कटोरी अनार 10) थोड़ी मूंगफली 11) एक बड़ी चम्मच नींबू का रस 12) बारीक कटा पत्तेदार धनिया 13) इमली की चटनी 14) पुदीने की चटनी 15) दही 16) सेव
मूंगदाल चाट बनाने का तरीका
सबसे पहले भीगी हुई मूंगदाल को छानकर धो लें, फिर इसे एक तरफ रख दें। अब एक बड़े बर्तन में पानी उबालकर उसमें मूंगदाल डालें और इसे तब तक पकाएं जब तक यह नरम न हो जाए। इसके बाद दाल को ठंडा करके इसे एक कटोरे में प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, पत्तेदार धनिये और मूंगफली के साथ डालें, फिर इसमें सारे सूखे मसाले, नींबू का रस और चटनियां मिलाएं। आखिर में इस पर दही, अनार और सेव डालकर इसे परोसें।
प्रोटीन और फाइबर का है पावरहाउस
मूंगदाल चाट स्वाद के साथ-साथ भरपूर प्रोटीन और फाइबर से युक्त होती है। जहां प्रोटीन ऊतकों की मरम्मत, मांसपेशियों के निर्माण और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करती है, वहीं फाइबर पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में सहायक माना जाता है। फाइबर अधिक खाने से बचाकर तृप्ति की भावना को बढ़ावा देता है और आंत के अच्छे बैक्टीरिया का भी समर्थन करता है। इसके अतिरिक्त इससे आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे खनिज भी मिल सकते हैं।
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला व्यंजन है मूंगदाल चाट
मूंगदाल चाट एक कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला व्यंजन है। इसका मतलब है कि यह धीरे-धीरे रक्तप्रवाह में चीनी छोड़ता है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में अचानक होने वाली वृद्धि को रोका जा सकता है, इसलिए यह मधुमेह के रोगियों के लिए खाने का बेहतर विकल्प है। इसके अतिरिक्त मूंगदाल चाट पेट के लिए हल्का व्यंजन है, इसलिए बीमारियों से ग्रस्त लोग भी इसका बेझिझक सेवन कर सकते हैं।