वेटेड प्लैंक: जानिए एक्सरसाइज का अभ्यास, इसके फायदे और अन्य जरूरी बातें
क्या है खबर?
वेटेड प्लैंक एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो कोर की ताकत बढ़ाने में मदद करता है। यह आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और पीठ समेत कंधों को सहारा देता है।
वेटेड प्लैंक से शरीर का संतुलन बेहतर होता है और यह रोजमर्रा के कामों में सहायक होता है।
वजन जोड़ने से चुनौती बढ़ जाती है, जिससे मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है और वे तेजी से विकसित होती हैं।
आइए एक्सरसाइज से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
#1
वेटेड प्लैंक कैसे करें?
सबसे पहले एक मैट पर पेट के बल लेटें, फिर हाथों और पैरों की उंगलियों पर शरीर का भार डालकर ऊपर उठें। पीठ सीधी रखें और पेट अंदर खींचे रहें।
इस स्थिति में रहते हुए साथी की मदद से पीठ पर हल्का वजन रखें, जैसे प्लेट या डम्बल। ध्यान दें कि वजन इतना हो कि आप उसे संभाल सकें और मुद्रा सही बनी रहे।
शुरुआत में 20-30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
#2
वेटेड प्लैंक के फायदे
वेटेड प्लैंक से कोर की ताकत बढ़ती है, जिससे संतुलन बेहतर होता है।
यह एक्सरसाइज रीढ़ को सहारा देकर पीठ दर्द में राहत देता है और कंधों समेत बाजुओं की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है।
नियमित रूप से करने पर शरीर की मुद्रा को सुधार सकती है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है। यह एक्सरसाइज कैलोरी बर्न करने में भी मदद करती है, जो वजन घटाने के लिए फायदेमंद हो सकता है।
#3
वेटेड प्लैंक करते समय बरतें ये सावधानियां
वेटेड प्लैंक करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि चोट लगने का खतरा न हो।
सबसे पहले सुनिश्चित करें कि आपका शरीर सीधा रहे और कमर झुकनी नहीं चाहिए क्योंकि इससे रीढ़ पर दबाव पड़ सकता है।
अगर आप पहली बार कर रहे हैं तो हल्के वजन से शुरू करें और धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं।
अगर आपको किसी प्रकार की असुविधा या दर्द महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और विशेषज्ञ सलाह लें।
#4
एक्सरसाइज के साथ आजमाएं ये वेरिएशन
वेरिएशन के लिए आप साइड प्लैंक या वन आर्म्ड/वन लेग्ड प्लैंक आजमा सकते हैं, जो अलग-अलग मांसपेशियों पर काम करते हैं।
इसके अलावा पुश-अप या बर्पी जैसी कार्डियो एक्सरसाइज भी कर सकते हैं, जो शरीर का स्टैमिना बढ़ा सकती हैं।
इन एक्सरसाइज को मिलाकर एक रूटीन बना सकते हैं, जो आपकी फिटनेस जरूरतों के अनुसार होगा। ध्यान दें कि हर नई एक्सरसाइज शुरू करने से पहले सही तकनीक सीखना जरूरी है ताकि चोट का खतरा कम हो सके।