क्या गन्ने का रस स्वास्थ्यवर्धक नहीं होता? जानिए क्यों ICMR ने इसे कम पीने को कहा
अधिकतर लोग गन्ने का रस पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानते हैं। हालांकि, इसकी उच्च चीनी सामग्री के कारण भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इसका ज्यादा या नियमित सेवन न करने की सलाह दी है। स्वस्थ खान-पान की आदतों को बढ़ावा देने के लिए ICMR और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (NIN) ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आइए नए दिशानिर्देशों समेत गन्ने के रस को कम पीने की वजह जानते हैं।
गन्ने का रस कम पीने का कारण
ICMR ने कहा, "भारत में बड़े पैमाने पर गन्ने के रस का सेवन किया जाता है, खासकर गर्मियों के दौरान यह पसंदीदा पेय में से एक है, लेकिन इसमें उच्च शर्करा स्तर होता है और उच्च शर्करा कई बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए इसका कम सेवन करना अच्छा है।" बता दें कि उच्च शर्करा युक्त खान-पान वजन बढ़ाने, दांतों को खराब करने, ब्लड शुगर का स्तर अनियंत्रित करने समेत कई स्वास्थ्य स्थितियों का जोखिम बढ़ा सकता है।
जूस की बजाय फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए होता है ज्यादा फायदेमंद
ICMR का यह भी कहना है कि सिर्फ गन्ने का रस ही नहीं, बल्कि कोई भी अन्य फल का जूस ज्यादा नहीं पीना चाहिए। दरअसल, फलों में फाइबर की अच्छी-खासी मात्रा होती है, लेकिन इनसे जूस बनाकर इसे छाना जाता है तो अधिकांश फाइबर निकल जाता है। इसके अतिरिक्त फलों के जूस में एक पूरे फल के मुकाबले ज्यादा शर्करा होती है क्योंकि जूस में कई फल डालते हैं। इससे अच्छा है कि जूस की बजाय फल को खाया जाए।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पानी का उपयुक्त विकल्प नहीं होती- ICMR
कार्बोनेटेड और नॉन-कार्बोनेटेड ड्रिंक्स भी ICMR के उन पेय पदार्थों की सूची में शामिल हैं, जिनसे परहेज करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसका कारण है कि इन पेय में चीनी, आर्टिफिशियल मिठास, आर्टिफिशियल स्वाद और खाद्य एसिड होते हैं, जो पाचन समेत कई अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए इन्हें पानी का उपयुक्त विकल्प न मानें। बेहतर होगा कि अभी गर्मियों में रोजाना 10-12 गिलास पानी पीने का नियम बना लें।
ICMR ने इन खान-पान की चीजों को डाइट में शामिल करने की दी सलाह
ICMR का कहना है, "गर्मियों के दौरान पानी के अलावा नींबू पानी, बेल का जूस, सौंफ का पानी और पुदीने का पानी पीना लाभदायक है, लेकिन इन्हें बनाते समय चीनी का इस्तेमाल न करें।" उन्होंने आगे कहा, "डाइट में फल, सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले दुग्ध उत्पादों को शामिल करें क्योंकि ये शरीर और दिमाग को भरपूर पोषण प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।"