कैसे की जाती है डॉल्फिन प्लैंक एक्सरसाइज? जानिए इससे जुड़ी खास बातें
क्या है खबर?
डॉल्फिन प्लैंक एक प्रभावी एक्सरसाइज है, जो आपके कोर की ताकत को बढ़ाने में मदद करता है।
यह योग और फिटनेस के क्षेत्र में एक लोकप्रिय अभ्यास है, जो न केवल पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि शरीर के संतुलन और स्थिरता में भी सुधार करता है।
इसके नियमित अभ्यास से आप अपनी शारीरिक क्षमता में वृद्धि देख सकते हैं।
आइए जानते हैं कि डॉल्फिन प्लैंक कैसे की जाती है और इससे क्या लाभ मिल सकते हैं।
#1
डॉल्फिन प्लैंक कैसे करें?
डॉल्फिन प्लैंक करने के लिए फर्श पर मैट बिछाएं, फिर घुटनों और हाथों के बल बैठें।
अब हाथों को आगे खिसकाएं और पैरों को पीछे सीधा करें, जैसे पुश-अप पोजिशन में हों।
इसके बाद कोहनियों को मोड़कर फर्श पर रखें, जिससे शरीर सीधी रेखा में आ जाए। ध्यान रखें कि पीठ सीधी हो और पेट अंदर की ओर खिंचा हो।
इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें।
#2
डॉल्फिन प्लैंक के फायदे
डॉल्फिन प्लैंक आपके शरीर के कई हिस्सों पर काम करता है, खासकर आपके पेट, कंधे और पीठ पर।
यह एक्सरसाइज आपकी मांसपेशियों की सहनशक्ति बढ़ाता है और आपको बेहतर संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
इसके अलावा यह आपकी रीढ़ की हड्डी को मजबूती दे सकता है, जिससे पीठ दर्द जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
नियमित रूप से डॉल्फिन प्लैंक करने से शरीर की मुद्रा में भी सुधार होता है और आप अधिक आत्मविश्वास महसूस करते हैं।
#3
एक्सरसाइज करते समय बरतें ये सावधानियां
डॉल्फिन प्लैंक करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ताकि चोट लगने का खतरा कम हो सके।
एक्सरसाइज से पहले स्ट्रेचिंग करें ताकि मांसपेशियों में लचीलापन आए।
अगर आपको किसी प्रकार का दर्द महसूस होता है तो तुरंत रुक जाएं और आराम करें।
अपनी पीठ सीधी रखें ताकि रीढ़ पर अतिरिक्त दबाव न पड़े। अगर आपको कोई पुरानी चोट या समस्या हो तो डॉक्टर या फिटनेस विशेषज्ञ से सलाह लें।
#4
अन्य वेरिएशन आजमाएं
डॉल्फिन प्लैंक के साथ-साथ कुछ अन्य वेरिएशन भी आजमाए जा सकते हैं जैसे साइड प्लैंक या वन-लेग्ड डॉग पोजिशन, जो आपके वर्कआउट रूटीन में विविधता लाते हैं।
ये वेरिएशन न केवल आपकी मांसपेशियों पर अलग-अलग तरीके से काम करते हैं बल्कि आपके पूरे शरीर की ताकत भी बढ़ाते हैं।
इनका अभ्यास धीरे-धीरे शुरू करें ताकि आपका शरीर नई चुनौतियों के लिए तैयार हो सके।