स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी होते हैं केरल के मट्टा चावल, ये हैं इसके फायदे
क्या है खबर?
जब भी बात वजन कम करने की आती है तो लोग चावलों का सेवन छोड़ देते हैं और इसके विदेशी विकल्प ब्राउन राइस को डाइट में शामिल कर लेते हैं।
हालांकि, चावलों की एक और स्वदेशी किस्म है, जो ब्राउन राइस जितनी ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
हम बात कर रहे हैं केरल के मट्टा चावलों की, जिनका सेवन वजन नियंत्रित करने से लेकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक हैं।
आइए इसके फायदे जानते हैं।
#1
उच्च फाइबर से होते हैं समृद्ध
फाइबर पाचन समेत आंतों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
बता दें कि एक चौथाई कप मट्टा चावल में लगभग 2 ग्राम फाइबर होता है, जो आसानी से हमारे दैनिक फाइबर की आवश्यकता का 8 प्रतिशत होता है।
इसके अतिरिक्त, यह सिंपल कार्बोहाइड्रेट्स वाले सफेद चावल के विपरीत, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट से युक्त होते हैं।
इसके साथ ही अगर आप इन चावलों का थोड़ी मात्रा में सेवन करते हैं तो भी आपका पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।
#2
मोटापे को नियंत्रित करने में हैं कारगर
मोटापा शरीर को कई बीमारियों का घर बना सकता है, इसलिए इसको नियंत्रित रखने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए।
वैसे इस काम में मट्टा चावलों का सेवन आपकी काफी मदद कर सकता है क्योंकि इसमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में होता है और फाइबर वजन को नियंत्रित करने का काम करता है।
दरअसल, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शरीर में अतिरिक्त कैलोरी बढ़ाए बिना पेट को भरने का काम करते हैं, जिससे वजन नियंत्रित रह पाता है।
#3
हड्डियों को मजबूत करने में हैं सहायक
शरीर की तमाम गतिविधियां हड्डियों पर आधारित होती हैं, इसलिए इनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना काफी जरूरी है।
वैसे हड्डियों को मजबूत बनाने में कैल्शियम काफी हद तक मदद करता है और मट्टा चावलों में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने में काफी मदद करते हैं।
मट्टा चावल खाने के तरीके को सही से अपने दैनिक जीवन में शामिल किया जाए तो यह हड्डियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा।
#4
मधुमेह के खतरे को कम करने में हैं मददगार
मधुमेह के जोखिम को कम करने में भी मट्टा चावलों का सेवन अहम भूमिका अदा कर सकता है।
यह टाइप 2 मधुमेह को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए जाना जाता है।
मट्टा चावल निम्न ग्लाइसेमिक इंडेक्स रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही इंसुलिन प्रतिरोध के विकसित होने से भी सुरक्षा प्रदान करता है।
#5
कोलेस्ट्रॉल को करते हैं नियंत्रित
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अत्याधिक होने की वजह से हृदय रोग हो सकता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए मट्टा चावलों का सेवन करें।
दरअसल, मट्टा चावलों में प्रचुर मात्रा में फाइबर सम्मिलित होता है, जो खाने को धीरे-धीरे पचाने सहित कोलेस्ट्रॉल को खून में धीरे-धीरे घुलने में भी मदद करता है।
इसके साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में मदद करता है।