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विपरीत आर्कषण से ज्यादा समान चीजें होने से बनती हैं जोड़ियां, अध्ययन में हुआ खुलासा
विपरीत आर्कषण से ज्यादा समानता से बनती हैं जोड़ियां

विपरीत आर्कषण से ज्यादा समान चीजें होने से बनती हैं जोड़ियां, अध्ययन में हुआ खुलासा

लेखन अंजली
Sep 05, 2023
08:41 pm

क्या है खबर?

दुनिया में अधिकांश लोग इस सदियों पुरानी कहावत पर विश्वास करते हैं कि विपरीत चीजें एक-दूसरे को आकर्षित करती हैं, जबकि एक हालिया अध्ययन में सामने आया कि समानता भी प्यार के रिश्ते का आधार हो सकती है। अमेरिका के कोलोराडो बोल्डर विश्वविद्यालय की तान्या होर्विट्ज नाम की एक छात्रा के अध्ययन से पता चला कि अधिकांश जोड़ियां समानता के कारण बनी हैं। इस अध्ययन में लगभग 80,000 विषमलैंगिक जोड़ों और उनके 133 लक्षणों का विश्लेषण शामिल है।

अध्ययन

अध्ययन में क्या सामने आया?

अध्ययन में पाया गया कि जोड़ों में विश्लेषित किए गए कुल लक्षणों में से लगभग 80 प्रतिशत समान, जबकि केवल 3 प्रतिशत लक्षण भिन्न थे। परिणामों के आधार पर होर्विट्ज ने निष्कर्ष निकाला, "वास्तव में एक पंख वाले पक्षियों के एक झुंड में आने की संभावना अधिक होती है।" इससे उनका मतलब है कि विपरीत आकर्षण से ज्यादा समानता से प्यार के रिश्ते बनते हैं।

वैज्ञानिक

वैज्ञानिकों ने 200 शोध पत्रों पर किया अध्ययन

प्राथमिक अनुसंधान करने के अलावा होर्विट्ज ने विशेषज्ञों की टीम के साथ उसी क्षेत्र में किए गए पिछले शोध का भी उल्लेख किया है। द गार्जियन के अनुसार, वैज्ञानिकों ने 200 शोध पत्रों का अध्ययन किया, जिसमें लाखों जोड़ों में 22 विशिष्ट लक्षणों के बारे में बात की गई है। इसमें भी अधिकांश जोड़ों में शराब या धूम्रपान का सेवन, शैक्षिक योग्यता, धार्मिक, राजनीतिक विचार, IQ स्तर जैसे कई लक्षण एक-दूसरे से मेल खाते मिले।

परिणाम

अध्ययन में निकले ये नतीजे

अध्ययन के नतीजों से पता चलता है कि कुछ ऐसे गुण थे, जिनके आधार पर लोग अपने साथी से भिन्न होते हैं। इसमें जोड़ों की ऊंचाई, शरीर का वजन, चिकित्सीय बीमारियां और व्यक्तित्व लक्षण जैसे पहलू काफी भिन्न पाए गए। हालिया अध्ययन के नतीजे में पाया गया कि अंतर्मुखी (introvert) लोगों के साथ उनके जैसे लोगों का रिश्ता बनने की संभावना बहिर्मुखी (extrovert) लोगों की तुलना में अधिक है। इसके अतिरिक्त विपरीत आकर्षण वाले लोगों की शक्ति कमजोर पाई गई।

अन्य अध्ययन

कई अन्य अध्ययन भी इस बात को करते हैं सही साबित

इसी बीच पिछले कुछ अध्ययन भी इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि जोड़ों की रुचियां समान हो सकती हैं। बीते सालों में ऐसे कई अध्ययन हुए हैं, जो इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि प्यार के रिश्ते में लोगों की रुचियां, शौक और विश्वास प्रणालियां कैसे साझा होती हैं। अध्ययन में शामिल जोड़े एक ही इलाके के थे और जब खानपान, यात्रा, धर्म और जीवनशैली की बात आती है तो उनकी प्राथमिकताएं समान पाई गईं।