उपचार के बाद दोबारा कैंसर होने से रोकने के लिए दवाइयों से बेहतर है एक्सरसाइज- अध्ययन
क्या है खबर?
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं।
अब तक इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं खोजा जा सका है और इसे अलग-अलग उपचारों की मदद से ठीक किया जाता है।
डॉक्टर कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हैं।
इसी कड़ी में अब एक अध्ययन किया गया है, जिसके जरिए कैंसर के इलाज में एक्सरसाइज का महत्व सामने आया है।
परीक्षण
एक्सरसाइज करने से मौत का जोखिम होता है कम
इस अध्ययन को शिकागो में हुई अमेरिकन सोसायटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (Asco) की वार्षिक बैठक के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
इसे न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित भी किए गया था। इस ऐतिहासिक परीक्षण से सामने आया है कि एक्सरसाइज करने से कैंसर रोगियों की मृत्यु का जोखिम एक तिहाई तक कम हो सकता है और ट्यूमर को दोबारा बढ़ने से रोका जा सकता है।
नियमित एक्सरसाइज करना दवाइयां खाने से भी बेहतर बताया जा रहा है।
प्रक्रिया
2009 से लेकर 2023 तक किया गया था यह अध्ययन
इस अध्ययन को पूरा करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा और इजरायल के मरीजों की जांच की गई थी।
इस अध्ययन को 'एज गुड एज ड्रग्स' यानि 'दवाओं जितना बेहतर' नाम दिया गया था। शोधकर्ताओं ने 2009 से 2023 के बीच पेट के कैंसर के 889 मरीजों को नामांकित किया, जो स्टेज 3 से जूझ रहे थे।
445 रोगियों को एक एक्सरसाइज कार्यक्रम में भाग लेने और 444 को केवल स्वस्थ जीवनशैली पुस्तिका पढ़ने के लिए कहा गया।
एक्सरसाइज
मरीज महीने में 2 बार करते थे एक्सरसाइज
445 रोगियों ने एक निजी प्रशिक्षक के साथ मिलकर महीने में 2 बार एक्सरसाइज की और कक्षाओं का हिस्सा बने। बाद में वे 3 साल तक महीने में एक बार एक्सरसाइज करने लगे।
उनका साप्ताहिक लक्ष्य 45 से 60 मिनट की जाने वाली 3 से 4 सैर के बराबर था। कुछ मरीज कयाकिंग या स्कीइंग करके भी अपनी सक्रियता बढ़ाना पसंद करते थे।
वे अपनी सहूलियत और ताकत के मुताबिक अपने पसंद की एक्सरसाइज चुन भी सकते थे।
नतीजे
क्या कहते हैं इस अध्ययन के नतीजे?
5 साल बाद दूसरे समूह की तुलना में एक्सरसाइज समूह का हिस्सा रहे रोगियों में कैंसर के दोबारा होने का जोखिम 28 प्रतिशत तक कम हो गया था।
वहीं, 8 साल बाद उन्हीं रोगियों में मरने का खतरा भी 37 प्रतिशत तक कम हो गया था।
चिकित्सा इतिहास में पहली बार इस बात के प्रमाण मिले हैं कि एक्सरसाइज कैंसर के दोबारा होने और उसके कारण होने वाली मृत्यु को रोकने में दवाओं से भी ज्यादा प्रभावी है।