बाहों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए करें स्कल क्रशर्स, जानें इससे जुड़ी अहम जानकारी
क्या है खबर?
स्कल क्रशर्स एक खास एक्सरसाइज है, जो ट्राइसेप्स की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपनी बाहों की ताकत और आकार बढ़ाना चाहते हैं।
इसे सही तरीके से करना जरूरी है, ताकि चोट से बचा जा सके और अधिकतम लाभ मिल सके।
इस लेख में हम स्कल क्रशर्स के अलग-अलग पहलुओं पर बात करेंगे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को विस्तार से जानेंगे।
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स्कल क्रशर्स करने का सही तरीका
स्कल क्रशर्स करने के लिए सबसे पहले एक बेंच पर लेट जाएं और अपने हाथों में बारबेल या डम्बल पकड़ें। अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई पर रखें और उन्हें सीधा ऊपर उठाएं।
अब धीरे-धीरे अपनी कोहनियों को मोड़ते हुए वजन को माथे की ओर लाएं। ध्यान रहे कि आपकी ऊपरी भुजाएं स्थिर रहें और केवल आपकी कोहनियां ही मुड़ें।
जब वजन आपके माथे के करीब आ जाए, तो धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं।
#2
स्कल क्रशर्स करने के फायदे
स्कल क्रशर्स ट्राइसेप्स की मांसपेशियों पर केंद्रित होते हैं, जिससे उनकी ताकत बढ़ती है और वे आकार में आते हैं।
यह एक्सरसाइज हाथों की सहनशीलता बढ़ाती है, जिससे आप भारी वजन उठाने वाली अन्य एक्सरसाइज भी आसानी से कर सकते हैं।
इसके अलावा, यह शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद करती है, क्योंकि इसमें आपकी पीठ और पेट की मांसपेशियों का भी उपयोग होता है।
नियमित रूप से स्कल क्रशर्स करने से आपकी बाहें मजबूत बन सकती हैं।
#3
स्कल क्रशर्स करते समय बरतें ये सावधानियां
स्कल क्रशर्स करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि चोट लगने का खतरा न हो। सबसे पहले सुनिश्चित करें कि आप सही वजन चुन रहे हैं।
बहुत ज्यादा भारी वजन लेने से चोट लग सकती है, इसीलिए सोच-समझकर ही वजन उठाएं। हमेशा अपनी पीठ सीधी रखें और गर्दन पर दबाव न डालें।
अगर आपको किसी प्रकार का दर्द महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और डॉक्टर की सलाह लें।
#4
स्कल क्रशर्स के साथ की जा सकती हैं ये अन्य एक्सरसाइज
स्कल क्रशर्स के साथ आप कुछ अन्य एक्सरसाइज भी कर सकते हैं, जो ट्राइसेप्स के विकास में मददगार होती हैं। आप डिप्स, क्लोज ग्रिप बेंच प्रेस और ओवरहेड एक्सटेंशन कर सकते हैं।
इन एक्सरसाइज का संयोजन ट्राइसेप्स की ताकत को बढ़ाने में सहायक होता है। इनके जरिए आप एक संयोजित और लाभदायक कसरत रुटीन बना सकते हैं।
इनका नियमित अभ्यास शरीर की ताकत और सहनशीलता को बढ़ाता है और स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।