दशहरे पर बेहद शुभ माना जाता है इन खाद्य पदार्थों का सेवन, आप भी जरूर खाएं
क्या है खबर?
नवरात्रि पर्व का शुक्रवार (11 अक्टूबर) को कन्या पूजन के साथ समापन हो गया। नवदुर्गा को पूजने के बाद भारत में धूम-धाम से दशहरा मनाया जाता है, जिसे विजयदशमी भी कहते हैं।
इस साल यह त्योहार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन रावण के पुतले को जलाए जाते हैं। मान्यता के अनुसार, अगर विजयदशमी के दिन ये 5 खाद्य पदार्थ खाए जाएं, तो आपके भाग्य खुल सकते हैं।
आइए इनके बारे में जानते हैं।
#1
दाल का पराठा और खीर
उत्तर प्रदेश में दशहरा का जश्न दाल के पराठे और खीर के बिना अधूरा माना जाता है।
इस पर्व पर चने की दाल के स्वादिष्ट पराठे बनाए जाते हैं और उन्हें सुबह की पूजा के दौरान भगवान को अर्पित किया जाता है।भगवान को दूध और चावल की खीर का भी भोग लगाया जाता है।
मान्यता है कि दशहरा वाले दिन इन दोनों व्यंजनों को एक साथ खाने से सौभाग्य और समृद्धि आती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
#2
पान
पान भी उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध व्यंजन है, जिसे दशहरे के दिन शुभ माना जाता है। पान को विजय, मान-सम्मान, संपन्नता और प्यार का प्रतीक माना जाता है।
इस त्योहार पर पान का सेवन करने से आप अधर्म पर अच्छाई की विजय का जश्न मना सकेंगे।
इसके अलावा, यह भी मान्यता है कि पान के पत्ते में भगवान शिव, भगवान विष्णु, माता पारवती समेत कई भगवानों का वास होता है।
#3
गुड़ का डोसा
आपने कई बार मसाला डोसा तो खाया होगा, लेकिन क्या आपने कभी मीठा डोसा खाया है? दरअसल, विजयदशमी वाले दिन कर्नाटक में गुड़ से बना मीठा डोसा खानी की परंपरा होती है।
इन्हें वेल्ला डोसाई कहा जाता है, जिन्हें बनाने के लिए गेहूं के आटे, नारियल और गुड़ का इस्तेमाल होता है।
आप इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसे नारियल की चटनी के साथ खा सकते हैं।
#4
फाफड़ा-जलेबी
फाफड़ा-जलेबी गुजराती व्यंजन हैं, जिन्हें इस त्योहार पर खान-पान का हिस्सा बनाना शुभ माना जाता है।
हिंदू कथाओं के अनुसार, भगवान राम को शशकुली नाम की मिठाई बहुत पसंद थी, जिसे जलेबी के नाम से भी जाना जाता है।
रावण का वध करने एक बाद श्रीराम ने खुशी मनाने के लिए जलेबी का सेवन किया था। इसके साथ फाफड़ा इसलिए खाया जाता है, क्योंकि हिन्दू धर्म में बेसन से बने व्यंजन को खाकर व्रत तोड़ने की प्रथा होती है।
#5
मोतीचूर के लड्डू
मोतीचूर के लड्डू एक ऐसी मिठाई है, जो हर त्योहार पर खाई जाती है। सभी पर्वों की तरह दशहरे पर भी इसे खाना अत्यंत शुभ होता है।
हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान हनुमान को लड्डू बहुत पसंद थे। उन्होंने रावण के वध के बाद इसी खाद्य पदार्थ के जरिए अपना मुंह मीठा किया था।
ऐसा माना जाता है कि दुर्गा पूजा के आखिरी दिन देसी घी से बने मोतीचूर के लड्डू खाने से जीवन में खुशियां और मिठास आती है।