बागवानी करने वाले बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली होती है मजबूत, नए अध्ययन में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
बच्चों की प्रतिरक्षा एक विकासशील प्रणाली होती है, जो पोषण, नींद, शारीरिक गतिविधि और टीकाकरण पर निर्भर करती है। इसे मजबूत बनाने के लिए माता-पिता बच्चों को कीचड या मिट्टी में खेलने से रोकते हैं। हालांकि, अब एक नए अध्ययन से सामने आया है कि बागवानी करने से भी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है। जी हां, वह गतिविधि न केवल आपके घर और बगीचे को सुंदर दिखाएगी, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य को भी दुरुस्त रखेगी।
अध्ययन
मिट्टी में हाथ डालने से बीमारियों से बचते हैं बच्चे
इस अध्ययन के मुताबिक, जैविक तरीके से बागवानी करने वाले बच्चे सर्दी और जुखाम जैसी बीमारियों की चपेट में कम आते हैं। कृत्रिम कीटनाशकों के बिना बागवानी करने से बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली ज्यादा स्वस्थ और संतुलित बनी रहती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों की त्वचा और नाखूनों में मिट्टी के सूक्ष्म जीवों के भरने से उनका शरीर बीमारियों से लड़ने में और सक्षम हो पाता है। इसीलिए, बागवानी करते समय उन्हें दस्ताने नहीं पहनाने चाहिए।
फिनलैंड
फिनलैंड के बच्चों वाले स्कूल में हुआ अध्ययन
यह अध्ययन फिनलैंड के एक डे केयर यानि बच्चों वाले स्कूल में किया गया था। स्कूल के कर्मचारियों ने खेल के मैदानों की जगह मिट्टी से भरी बगीचे की क्यारियां बना दी थीं। सभी बच्चे इन्हीं क्यारियों में खेलते थे और बागवानी करते थे। 28 दिनों के अंदर ही बच्चों में T कोशिकाओं और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों का स्तर बढ़ गया। यह मजबूत प्रतिरक्षा के संकेत थे, जिससे साफ हो जाता है कि बागवानी करने से बच्चे स्वस्थ हो रहे थे।
कारण
बागवानी करने से कैसे मजबूत होती है प्रतिरक्षा?
हम सभी के बच्चे कभी न कभी मिट्टी से सने हाथ-पैर लेकर घर आते हैं। ऐसा करना न केवल उन्हें खुश कर देता है, बल्कि उन्हें स्वस्थ भी बनाए रख सकता है। जैविक मिट्टी में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीव प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए कम जोखिम वाले अभ्यास चक्र की तरह काम करते हैं। जब बच्चे नियमित रूप से मिट्टी के संपर्क में आते हैं तो उनका शरीर पराग को रोगाणुओं से अलग करने में बेहतर हो जाता है।
तरीका
बागवानी के ये टिप्स बच्चों को रखेंगे स्वस्थ
अगर आप अपने बच्चों की प्रतिरक्षा को मजबूत रखना चाहते हैं तो उन्हें बिना उर्वरक वाली मिट्टी में बागवानी करने दें। रसोई के कचरे और सूखी पत्तियों से खाद बनाएं और बगीचे में जड़ी-बूटियां, फलियां और फूल आदि उगाएं। अपने बच्चों को ही बीज बोने दें, पौधों को पानी देने दें और फसल को काटने दें। महज 10 से 20 मिनट में मिट्टी के सूक्ष्म जीव बच्चे के शरीर में प्रवेश कर जाएंगे और अपना कमाल दिखाना शुरू कर देंगे।
अन्य तरीके
बच्चों की प्रतिरक्षा मजबूत करने के अन्य तरीके
बच्चों की प्रतिरक्षा को मजबूत बनाए रखने के लिए उन्हें पौष्टिक खान-पान खिलाना चाहिए। उन्हें रोजाना फलों, सब्जियों और प्रोटीन से भरपूर संतुलित डाइट दें। इसके अलावा पर्याप्त नींद लेना भी उन्हें बीमारियों से बचाकर रखेगा। उन्हें रोजाना नहलाएं, मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं और समय पर उनका टीकाकरण भी करवाते रहें। साथ ही बच्चों को रोजाना खेलने या कोई शारीरिक गतिविधि करने के लिए भी प्रेरित करें, ताकि वे ऊर्जावान रहें और उनकी ताकत भी बढ़े।
