ईटिंग डिसऑर्डर से राहत दिला सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
ईटिंग डिसऑर्डर एक मानसिक बीमारी है जिससे ग्रस्त व्यक्ति कभी तो जरूरत से ज्यादा खाने लगता है तो कभी बहुत ही कम खाता है। इतना कम कि उसका वजन कम हो जाता है। साफ शब्दों में कहें तो यह बीमारी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करती है। योग इससे राहत दिलाने में काफी मदद कर सकता है। आइए ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं जो ईटिंग डिसऑर्डर से राहत दिलाने में कारगर हैं।
कपोतासन
कपोतासन के अभ्यास लिए पहले योगा मैट पर घुटनों के बल खड़े हो जाएं, फिर अपने हाथों को सामने की ओर से ऊपर उठाकर शरीर को घुमाते हुए पीछे की ओर ले जाएं और अपनी हथेलियों को जमीन पर रख लें। अब इसी मुद्रा में अपने सिर को एड़ियों के बीच रखने की कोशिश करें। इसके बाद अपने दोनों हाथों से पैरों की एडियों को पकड़ें। अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
धनुरासन
धनुरासन के लिए पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। फिर अपने दोनों घुटनों को अपनी कमर की तरफ से मोड़े और हाथों से टखनों को मजबूती से पकड़ लें। इसके बाद सांस लेते हुए अपने पूरी शरीर को इस प्रकार ऊपर उठाने की कोशिश करें कि शरीर का आकार धनुष के समान लगे। अब अपनी क्षमतानुसार इसी मुद्रा में बने रहें और धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। अंत में धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
हलासन
हलासन के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं और अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें। अब सांस लेते हुए पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं और फिर सांस छोड़ते हुए टांगों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर से पीछे की ओर ले जाएं। इस दौरान हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा ही रखें। इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
भुजंगासन
भुजंगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। थोड़ी देर बाद फिर से इस योगासन को करें।