अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: इस दिन को मनाने का कारण, महत्व और थीम
क्या है खबर?
दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए उनके प्रति सम्मान और प्यार को दर्शाया जाता है।
इसके अलावा इस खास दिन पर उन असमानताओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जाता है, जो अभी भी महिलाओं को पीछे धकेलती हैं।
आइए आज इस दिन के खास मौके पर इसके इतिहास, महत्व और इस बार की थीम के बारे में जानते हैं।
इतिहास
क्या है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत साल 1909 में अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में महिला मजदूर आंदोलन से हुई थी। इसमें 15,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया था और अपने अधिकारों की मांग की थी।
इसके लगभग 1 साल बाद अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने अमेरिका में पहला राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की घोषणा की।
इसके बाद क्लारा जेटकिन नामक जर्मन महिला कार्यकर्ता ने महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का सुझाव दिया, जिसे मंजूरी दे दी गई।
तारीख
8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस?
8 मार्च को महिला दिवस मनाए जाने का संबंध रूस की क्रांति से है।
दरअसल, साल 1917 में रूसी महिलाओं ने रोटी और अमन की मांग करते हुए हड़ताल की थी। यह इतनी प्रभावी हुई कि अंत में रूसी सम्राट निकोलस को अपनी सत्ता छोड़नी पड़ी।
ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार, रूसी महिलाओं ने 8 मार्च को यह हड़ताल शुरू की थी और इसी कारण इस दिन को महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
महत्व
क्या है इस दिन का महत्व?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सालों से महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है।
इसका इस्तेमाल लिंग आधारित हिंसा, तनख्वाह असमानता, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा तक महिलाओं की कम पहुंच और राजनीतिक पदों पर महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व जैसी समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया है।
इसके अलावा इस दिन को मनाने का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों में समान भागीदारी को प्रोत्साहित करके लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है।
थीम
क्या है इस बार की थीम?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को इस बार 'एम्ब्रेस इक्वैलिटी' थीम के साथ मनाया जा रहा है। इसका मतलब एक ऐसी समावेशी दुनिया बनाना है, जिसमें महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबर का दर्जा प्राप्त हो।
इससे पहले बीते साल 2022 की थीम 'जेंडर इक्वैलिटी फॉर ए सस्टेनेबल टुमॉरो' थी।
इसके अलावा जब पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था, तब उसकी थीम 'सेलिब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर' रखी गई थी।
जानकारी
इस दिन के लिए कौन से रंग हैं खास?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पहचान बैंगनी, हरा और सफेद रंग से है। दरअसल, बैंगनी रंग न्याय और सम्मान का प्रतीक है। हरा रंग उम्मीद जगाने वाला है, जबकि सफेद रंग शुद्धता का प्रतिनिधित्व करता है। इस कारण ये रंग खास माने गए हैं।