आपको कितना खड़ा होना, बैठना, चलना और सोना चाहिए? अध्ययन में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए आराम और शारीरिक गतिविधियों के बीच एक आदर्श संतुलन होना बहुत महत्वपूर्ण है और इससे ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने समेत हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में स्थित स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने अच्छे स्वास्थ्य के लिए आराम और परिश्रम का सही मिश्रण निर्धारित करने के लिए लगभग 2,000 लोगों के व्यवहार का विश्लेषण किया।
अध्ययन
रोजमर्रा की सामान्य गतिविधियों के लिए समय का बंटवारा
डायबेटोलॉजिया जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में लिखा है कि एक व्यक्ति के लिए अपने पूरे दिन को 8 घंटे की नींद, 5 घंटे खड़े होना, 6 घंटे बैठना और 4 घंटे शारीरिक गतिविधियों में बांटना लाभदायक हो सकता है।
शारीरिक गतिविधियों में आप तेज चलने या साइकिल चलाने से लेकर जंपिंग जैक जैसी एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त घूमना, खाना बनाना और घर के काम करना भी फायदेमंद गतिविधियां हैं।
नींद
रोजाना 8 घंटे 20 मिनट की नींद लेने का होना चाहिए लक्ष्य- अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, रोजाना पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण नींद लेने से स्वास्थ्य पर काफी अच्छा असर पड़ सकता है। इसके लिए रोजाना 8 घंटे और 20 मिनट की नींद का लक्ष्य रखने की सलाह दी जाती है।
यह रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) की सलाह भी है कि वयस्कों को रात को समय से सोकर 7 घंटे तक की नींद पूरी जरूर करनी चाहिए।
9 घंटे से अधिक सोना स्ट्रोक के खतरे का कारण बन सकता है।
मधुमेह
मधुमेह रोगियों के लिए एक्सरसाइज करना है काफी लाभदायक
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि रोजाना हल्की-फुल्की गतिविधियां करने से मधुमेह से ग्रस्त लोगों में ब्लड शुगर का स्तर उन लोगों की तुलना में ज्यादा नियंत्रित रहता है, जिन्हें यह बीमारी ही नहीं है।
विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह रोगी अगर रोजाना 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक कर लेते हैं तो यह उनके लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है क्योंकि इसकी मदद से मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने के साथ कई तरह के अन्य स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
हृदय
इनसे सुधरता है कार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य
अध्ययन के अनुसार, आज के समय में कई लोग स्क्रीन उपकरणों का अधिक इस्तेमाल करते हैं और उनके लिए सक्रिय रहना तो बहुत जरूरी है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि बैठने के समय को कम करने और खड़े रहने, शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने और सोने में बिताए जाने वाले समय को बढ़ाने से कार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
हालांकि, यह अध्ययन वयस्कों पर केंद्रित था और शोधकर्ताओं ने व्यक्तिगत परिस्थितियों में परिवर्तनशीलता को स्वीकार किया।