पर्यावरण अनुकूल होली मनाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके
होली वसंत के आगमन और सर्दियों के अंत का प्रतीक है। इसे लोगों के लिए एक साथ आने और आपसी मतभेदों को दूर करने का समय भी माना जाता है। इस बार होली 25 मार्च को है, लेकिन इस मौके पर उपयोग किए जाने वाले रसायन युक्त रंगों और अन्य गतिविधियों से न सिर्फ हमारी त्वचा और बालों को बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में आइए आज हम आपको पर्यावरण अनुकूल होली मनाने के तरीके बताते हैं।
होली का अलाव जलाते समय इन चीजों का न करें उपयोग
होलिका दहन के समय प्लास्टिक और अन्य सामग्रियों का उपयोग करने की बजाय सूखे पत्तों, टहनियों और गाय के गोबर के उपले जैसे प्राकृतिक चीजों का विकल्प चुनें। यह न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि प्रदूषण को कम करने और स्वच्छ हवा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसलिए इन चीजों का उपयोग करके अपनी होली के अलाव को पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आनंद और खुशी का प्रतीक बनाएं। यहां जानिए होली से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी।
हर्बल रंगों को चुनें
त्योहार के दौरान बाजार में ज्यादातर सिंथेटिक रंग बिकते हैं, जिनमें कई हानिकारक रसायन होते हैं और इनके उपयोग से त्वचा और बालों के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान होता है। अच्छा होगा कि आप हर्बल रंगों का उपयोग करें। इन्हें आसानी से त्वचा और बालों को साफ किया जा सकता है। साथ ही ये सुरक्षित भी होते हैं। यहां जानिए घर पर होली के रंग बनाने के आसान तरीके।
पानी की बर्बादी करने से बचें
होली के समय पर जहां बच्चे गुब्बारों में पानी भरकर उसे बर्बाद करते है, वहीं वयस्क पानी से भरी बाल्टी में रंग मिलाकर उसे दूसरों पर फेंकते हैं। इस तरह से पानी की काफी बर्बादी होती है। ऐसे में जरूरी है कि बिना पानी के उपयोग के सूखी होली का आनंद लिया जाए। इसके लिए बच्चों के लिए गुब्बारे और पिचकारी लाने से भी बचें। यहां जानिए भारत के अलग-अलग राज्यों में होली मनाने के तरीके।
फूलों का उपयोग करना है अच्छा
रंगों के बिना भी होली का जमकर लुत्फ उठाया जा सकता है। बस इसके लिए तरह-तरह के फूलों का उपयोग करें। शायद आप इस बात से वाकिफ न हो, लेकिन भारतीय शास्त्रों में भी फूलों की होली का उल्लेख किया गया है। इस हिसाब से यह तरीका काफी पुराना है। ऐसे में इस बार यह तरीका अपनाकर आप भी अपनी होली फूलों के साथ अपनाएं।
पकवान और नाच-गाकर मनाएं त्योहार
आप चाहें तो रंगों की कशमकश को छोड़ तरह-तरह के पकवानों और गानों के जरिए भी होली का आनंद ले सकते हैं। इसके लिए आप अपने परिवार के साथ दही वड़ा, गुजिया और ठंडाई जैसे होली के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं और गानों रर थिरककर होली के दिन को यादगार बना सकते हैं। आपके इस कार्यक्रम के लिए घर की छत एक बेहतरीन जगह हो सकती है।