चनिया चोली के साथ जरूर पहनें ये 5 पारंपरिक गुजराती जेवर, सबसे सुंदर लगेंगी आप
क्या है खबर?
गुजराती परिधान चनिया चोली की असली सुंदरता तभी निखरकर आती है जब उसके साथ पारंपरिक जेवर स्टाइल किए गए हों। इस राज्य में ऑक्सीडाइज्ड आभूषण सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं, जो यहां की संस्कृति को व्यक्त करते हैं। प्राचीन बनावट वाले ये गहने पहचान और सांस्कृतिक गौरव को दर्शाते हैं। अगर आप भी चनिया चोली पहनने वाली हैं तो लुक को पूरा करने के लिए ये 5 गुजराती आभूषण स्टाइल करके देखें।
#1
दमानी
गुजराती मांगटीके को दमानी या माथापट्टी कहा जाता है। यह सिर पर पहना जाने वाला पारंपरिक आभूषण है, जो ज्यादातर ऑक्ससिडाइज्ड होता है। इस मांगटीके में 3 चेन वाला डिजाइन शामिल होता है, जिसे सिक्कों और अलग-अलग रंगों वाले नगों से सजाया जाता है। इसमें बीच के हिस्से में एक मांगटीका लगा होता है और उसके दोनों तरफ चेन लगी होती हैं। इन चेन को बालों में अटकाया जाता है, जिससे किसी रानी जैसा लुक मिलता है।
#2
कंडोरा
आपने कई गुजराती महिलाओं को कमर पर चेन बांधे हुए देखा होगा। यह गुजरात का पारंपरिक कमरबंद होता है, जिसे कंडोरा कहा जाता है। पारंपरिक तौर पर इसे चांदी या ऑक्सीडाइज्ड धातु से तैयार किया जाता है। यह पतली-सी चेन होती है, जिसे कमर पर बांधकर आप बहुत सुंदर लगेंगी। आप इसे दुपट्टे के ऊपर बांध सकती हैं, ताकि वह जगह पर टिका रहे। इसके अलावा इसे गुजराती साड़ियों के साथ भी पहना जा सकता है।
#3
कुंदन बूटी
गुजरात में महिलाएं बड़े आकार वाले झुमके पहनती हैं, जो पूरे आउटफिट में चार चांद लगा देते हैं। यहां कुंदन बूटी पहनने का चलन है, जो इस राज्य की पारंपरिक बालियां होती हैं। इनमें बड़े झुमके लगे होते हैं, जो कानों पर लटकते हैं। इसके साथ ही इन झुमकों में बड़ी चेन भी जुड़ी होती हैं, जिन्हें बालों में अटकाया जाता है। इससे एक झूमर जैसा लुक मिल जाएगा, जो आपको सबसे अलग दिखने में मदद करेगा।
#4
पाटला कड़े
गुजरात में जो पारंपरिक कड़े पहने जाते हैं, उन्हें पाटला कहा जाता है। ये कड़े सफेद रंग के होते हैं, जो पारंपरिक मीनाकारी राल से बनाए जाते हैं। इनपर कुंदन, मोती और रत्न लगाकर इन्हें सजाया भी जाता है। कई महिलाएं इन्हें हरी, लाल या मेहरून चूड़ियों के साथ पहनना पसंद करती हैं। इसके अलावा इन कड़ों को सोने के कड़ों के साथ भी पेयर किया जाता है। चनिया चोली के साथ ये कड़े बहुत खूबसूरत लगेंगे।
#5
कालीगांठी हार
गुजराती महिलाओं को ताबीज के आकार का कालीगांठी हार भी बहुत भाता है। यह इस राज्य का पारंपरिक हार है, जो रानी हार जितना ही मशहूर है। यह हार सोने के अलग-अलग महीन धागों या ताबीजों को एक साथ पिरोकर बनाया जाता है। इसे सजाने के लिए इस पर मोती, रत्न, हीरे, सिक्के या घुंघरू भी लटकाए जाते हैं। यह आम तौर पर गले से चिपका हुआ हार होता है, जो एक शाही लुक देता है।