गर्मी को मात देने के लिए पीएं महाराष्ट्र के ये 5 पारंपरिक पेय, हो जाएंगे तरोताजा
क्या है खबर?
मानसून चल रहा है, लेकिन गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में ठंडे पेय पीने का दिल करता है, जो शरीर को तरोताजा कर दें। नींबू पानी, खस का शरबत और रूहअफ्जा तो सभी पीते हैं। हालांकि, रोजाना इन्हीं का सेवन करने से मन ऊब जाता है। अगर आप कोई अलग तरह का पेय पीना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए ही है। आज हम आपको महाराष्ट्र के 5 पारंपरिक पेय की आसान रेसिपी बताएंगे।
#1
मस्तानी
महाराष्ट्र के पुणे में एक खास पेय मिलता है, जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के मन को भी भाता है। यह एक तरह का मिल्कशेक होता है, जिसे मस्तानी के नाम से जाना जाता है। इसे बनाने के लिए दूध, चीनी, फ्लेवर वाला सिरप, फल और आइसक्रीम को मिक्सी में मिलाया जाता है। यह पेय आम, गुलाब और पिस्ता जैसे कई फ्लेवर में उपलब्ध रहता है और इसे सूखे मेवों से सजाकर परोसा जाता है।
#2
सोलकढ़ी
सोलकढ़ी मराठी लोगों का पसंदीदा पेय है, जिसे नारियल के दूध और कोकम से तैयार किया जाता है। इसे आम तौर पर भोजन करने के बाद पीते हैं, क्यूंकि यह पेट को साफ करने में मदद करता है। सोलकढ़ी बनाने के लिए नारियल के दूध, कोकम, हरी मिर्च, धनिया और नमक को एक साथ मिलाया जाता है। इसका खट्टा-मीठा और ताजगी भरा स्वाद हर किसी को पसंद आता है। इसका गुलाबी रंग इसे देखने में आकर्षक बनाता है।
#3
पीयूष
पीयूष एक ताजगी देने वाला पेय है, जिसे महाराष्ट्र समेत गुजरात में भी चाव से पिया जाता है। इसकी रेसिपी की शुरुआत श्रीखंड तैयार करने से होती है। इसके बाद एक ब्लेंडर में श्रीखंड, दही, छाछ और इलायची पाउडर को पीसा जाता है। इसमें चीनी और नमक डालकर दोबारा पीसते हैं, ताकि इसकी स्थिरता हल्की गाढ़ी हो जाए। इसपर केसर और सूखे मेवे डालकर फ्रिज में 3 घंटे के लिए ठंडा करके पिया जाता है।
#4
आमरस
आम का सीजन आते ही महाराष्ट्र के लोग आमरस पीना शुरू कर देते हैं। यह एक लोकप्रिय पेय है, जिसे कई लोग पूरी के साथ खाना भी पसंद करते हैं। यह एक तरह की गाढ़ी पियूरी है, जिसमें आम की मिठास शामिल होती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले आम को टुकड़ों में काट लें। अब इसमें केसर, चीनी, इलायची पाउडर और दूध डालकर पीस लें। आप दूध की मात्रा को बढ़ाकर या घटाकर इसकी स्थिरता बदल सकते हैं।
#5
कच्चे आम का पन्ना
आम पन्ना कच्चे आम से बनने वाला एक लजीज पेय है, जो महाराष्ट्र में खूब पसंद किया जाता है। यहां के लोग इसे कैरी का पन्ना नाम से भी जानते हैं। यह पेय पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, लू से बचाता है और ताजगी प्रदान करता है। इसे तैयार करने के लिए सबसे पहले कच्चे आम को उबालकर उसका गूदा निकाला जाता है। इसके बाद इसमें चीनी या गुड़, नमक, काला नमक और पुदीना आदि मिलाया जाता है।