छत्तीसगढ़ का अनोखा शहर है बस्तर, जानिए यहां घूमने लायक 5 बेहतरीन जगहें
छत्तीसगढ़ का एक अनोखा और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर बस्तर अपने घने जंगलों, झरनों और आदिवासी संस्कृति के लिए जानी जाती है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर पर्यटकों को आकर्षित करती है। बस्तर में घूमने के लिए कई स्थान हैं, जो आपको प्रकृति के करीब ले जाते हैं। यहां की यात्रा आपको स्थानीय जीवनशैली और परंपराओं को नजदीक से देखने का मौका देती है। शांति और सुकून की तलाश में बस्तर एक आदर्श गंतव्य है।
चित्रकोट झरना
चित्रकोट झरना बस्तर का सबसे मशहूर पर्यटन स्थल है, जिसे 'भारत का नियाग्रा फॉल्स' भी कहा जाता है। यह इंद्रावती नदी पर स्थित है और इसकी ऊंचाई लगभग 29 मीटर है। मानसून के दौरान इसका दृश्य बेहद खूबसूरत होता है जब पानी की धाराएं पूरी ताकत से गिरती हैं। यहां नाव की सवारी भी उपलब्ध होती है, जिससे आप झरने के करीब जा सकते हैं और उसकी भव्यता को महसूस कर सकते हैं।
कुटुमसर गुफा
कुटुमसर गुफा बस्तर जिले में स्थित एक अद्वितीय भूमिगत गुफा प्रणाली है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह गुफा लगभग 330 मीटर लंबी होती है और इसमें कई चट्टानों के अद्भुत आकार देखने को मिलते हैं। यहां आने वाले पर्यटक टॉर्च लेकर अंदर जाते हैं क्योंकि गुफा में रोशनी नहीं होती। इस गुफा में स्टैलेग्माइट्स और स्टैलेक्टाइट्स जैसे प्राकृतिक संरचनाएं देखने लायक होती हैं, जो इसे खास बनाती हैं।
तीरथगढ़ झरना
तीरथगढ़ झरना कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक खूबसूरत झरना है, जो लगभग 91 मीटर ऊंचाई से गिरता है। यह स्थान पिकनिक मनाने या परिवार संग समय बिताने के लिए आदर्श माना जाता है क्योंकि इसकी स्थिति और प्राकृतिक सुंदरता बहुत ही आकर्षक होती है। यहां आने वाले पर्यटक ट्रेकिंग कर सकते हैं या बस बैठकर इस शानदार दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
नारायणपाल मंदिर
नारायणपाल मंदिर बस्तर जिले में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है, जिसे अब भी धार्मिक महत्व प्राप्त है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और इसकी वास्तुकला बेहद खूबसूरत है। पत्थरों पर नक्काशीदार मूर्तियां देखने लायक हैं, जो इसकी विशेषता हैं। यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं ताकि वे पूजा-अर्चना कर सकें और इस ऐतिहासिक स्थल का अनुभव कर सकें। मंदिर की सुंदरता और धार्मिक माहौल यहां आने वाले लोगों को आकर्षित करता है।
दंतेवाड़ा देवी मंदिर
दंतेवाड़ा देवी मंदिर मां दंतेश्वरी देवी को समर्पित है, जिन्हें स्थानीय लोग अपनी कुलदेवी मानते हैं। यह मंदिर धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक धरोहर के लिए महत्वपूर्ण है। नवरात्रि जैसे त्योहारों पर यहां विशेष आयोजन होते हैं, जिनमें दूर-दूर से भक्त आते हैं ताकि वे माता रानी की कृपा प्राप्त कर सकें। बस्तर अपने विविधतापूर्ण स्थलों और गतिविधियों द्वारा यात्रियों को अनोखे अनुभव प्रदान करता है। चाहे वह प्राकृतिक सौंदर्य हो या सांस्कृतिक धरोहर।