पैर के नाखून में फंगस से राहत दिलाएंगे ये घरेलू नुस्खे, जानिए इस्तेमाल करने के तरीके
क्या है खबर?
पैर के नाखून में फंगस एक सामान्य स्थिति है, जिसे अंग्रेजी में टोनेल फंगस भी कहा जाता है।
इसमें नाखूनों का रंग फीका हो जाता है और वो खुरदरे या टेढ़े हो जाते हैं। इसके कारण नाखूनों में दर्द या थोड़ी दुर्गंध भी रहती है।
आइये आज हम आपको ऐसे प्राकृतिक और घरेलू उपचारों के बारे में बताते हैं, जिससे इस संक्रमण का इलाज करने में मदद मिल सकती है।
#1
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा नमी को अवशोषित कर सकता है, जिसकी वजह से फंगस को फैलने या बढ़ने से रोका जा सकता है।
लाभ के लिए थोड़े-से पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर उसका पेस्ट बना लें। अब इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाकर करीब 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद गुनगुने पानी से इसे धो लें।
यहां जानिए बेकिंग सोडा और बेकिंग पाउडर के बीच का अंतर।
#2
लहसुन
लहसुन में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें एलिसिन नामक एक एंटी-फंगल एजेंट भी होता है, जिसके सेवन या लगाने पर फंगल विकास को रोका जा सकता है।
लाभ के लिए लहसुन की कुछ कलियां काटकर उन्हें प्रभावित पैर के नाखूनों पर रोजाना लगभग 30 मिनट के लिए छोड़ दें।
इससे शुरुआत में हल्की जलन हो सकती है, लेकिन कुछ ही मिनटों में यह ठीक हो जाएंगे।
#3
काली चाय
पैर के नाखून के फंगस के इलाज के लिए काली चाय भी एक बेहतरीन घरेलू नुस्खा है।
इसमें टैनिक एसिड होता है, जो पैर के उन छिद्रों को बंद कर देता है, जहां से पैर के नाखून का फंगस फैल सकता है।
लाभ के लिए पानी में 5-6 काली चाय की थैलियां डालकर उसे उबालें। अब इसे कमरे के तापमान तक ठंडा होने दें और जब यह ठंडा हो जाए तो अपने पैर को इस मिश्रण में डुबोएं।
#4
सेब का सिरका
सेब के सिरके में एंटी-फंगल गुण होते हैं, जिसके कारण यह फंगस से बाचव करने में मददगार है। इसके अलावा इसमें एसिटिक एसिड होता है, जो संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करता है।
लाभ के लिए पानी में सेब का सिरका मिलाकर इस मिश्रण में 20 मिनट तक पैरों को डुबोएं रखें।
अगर आपको इसकी महक अच्छी नहीं लगती है तो पानी में इसकी बाजय एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें भी मिला सकते हैं।
#5
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुणों से भरपूर होता है। पैर के नाखूनों के फंगस के इलाज पर हुए कई अध्ययनों में इस तेल ने अच्छे परिणाम दिखाए हैं, जिसकी वजह से यह एक सदियों पुराना उपचार है।
1999 में हुए एक अध्ययन में पैर के नाखून में फंगस से पीड़ित प्रतिभागियों को लगातार एक औषधीय क्रीम का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया था, जिसमें टी ट्री ऑयल शामिल था। इसके बाद उन्हें कोई फंगल संक्रमण नहीं हुआ।