
भारत के 5 प्रसिद्ध लोक नृत्य, जिनके हर मूवमेंट का है गहरा महत्व
क्या है खबर?
भारत अपने अलग-अलग राज्यों में मनाए जाने वाले त्योहारों और उनके साथ जुड़े लोक नृत्य के लिए जाना जाता है।
ये लोक नृत्य न केवल देखने में खूबसूरत होते हैं, बल्कि संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाते हैं।
हर राज्य का अपना एक अलग और खास लोक नृत्य है, जो वहां की संस्कृति और परंपरा को बखूबी पेश करता है।
आइए आज हम आपको भारत के पांच प्रसिद्ध लोक नृत्य के बारे में बताते हैं।
#1
गरबा (गुजरात)
गरबा गुजरात का एक पारंपरिक लोक नृत्य है, जो नवरात्रि के दौरान किया जाता है।
इस नृत्य में महिलाएं रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर गोलाकार में होती हैं और ढोल की ताल पर नाचती हैं।
गरबा में देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और यह उत्सव का एक अहम हिस्सा है।
इस दौरान महिलाएं अपने नृत्य कौशल का प्रदर्शन करती हैं और गरबा की रौनक बढ़ाती हैं।
#2
भांगड़ा (पंजाब)
भांगड़ा पंजाब का एक प्रसिद्ध लोक नृत्य है, जिसे पुरुष और महिलाएं मिलकर करते हैं।
इस नृत्य में तेज संगीत और उत्साह भरी धुनों पर लोग झूमते हुए नाचते हैं। भांगड़ा शादी-ब्याह और त्योहारों जैसे अवसरों पर किया जाता है और इसमें लोग पारंपरिक कपड़े पहनते हैं।
इस दौरान लोग ढोल की ताल पर थिरकते हुए अपने खुशी का इजहार करते हैं और भांगड़ा की रौनक बढ़ाते हैं।
#3
कालबेलिया (राजस्थान)
कालबेलिया राजस्थान का एक पारंपरिक लोक नृत्य है, जिसे कालबेलिया समुदाय द्वारा किया जाता है।
इसमें महिलाएं रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर अपने हाथों में रंगीन चूड़ियां पहनती हैं और नाचती हैं।
इस दौरान महिलाएं अपने कौशल का प्रदर्शन करती हैं और कालबेलिया की रौनक बढ़ाती हैं।
कालबेलिया नृत्य में लोग ढोल की ताल पर थिरकते हुए अपनी खुशी का इजहार करते हैं और राजस्थान की संस्कृति को प्रस्तुत करते हैं।
#4
छऊ (ओडिशा)
छऊ ओडिशा का एक पारंपरिक युद्ध आधारित लोक नृत्य है, जिसमें पुरुष युद्ध कौशल दिखाते हैं।
यह नृत्य ओडिशा के तीन जिलों सुबरनपुर, संबलपुर और कोरापुट में किया जाता है।
छऊ नृत्य में लोग पारंपरिक पोशाक पहनकर अपने हाथों में तलवारें लेकर नाचते हैं और युद्ध कौशल दिखाते हैं।
इस दौरान लोग ढोल-ताशा की धुन पर थिरकते हुए अपनी खुशी का इजहार करते हैं और छऊ की रौनक बढ़ाते हैं।
#5
मोहिनीअट्टम (केरल)
मोहिनीअट्टम केरल का एक शास्त्रीय लोक नृत्य है, जिसमें महिलाएं सफेद रंग की साड़ी पहनती हैं।
यह नृत्य भगवान विष्णु द्वारा मोहिनी रूप धारण किए जाने की कहानी पर आधारित है।
मोहिनीअट्टम में महिलाएं अपने हाथों में घुंघरू बांधकर नृत्य करती हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं।
इस दौरान लोग संगीत की धुन पर थिरकते हुए अपनी खुशी का इजहार करते हैं और मोहिनीअट्टम की रौनक बढ़ाते हैं।