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अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी से भारतीय ऑटो निर्यात होगा प्रभावित, ICRA ने किया दावा 
अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से भारतीय ऑटो कंपोनेंट का निर्यात घट सकता है (तस्वीर: एक्स/@ajitpj198)

अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी से भारतीय ऑटो निर्यात होगा प्रभावित, ICRA ने किया दावा 

Aug 02, 2025
02:25 pm

क्या है खबर?

अमेरिका की ओर से भारत से आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के फैसले के बाद भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस कदम से ऑटो कंपोनेंट्स और टायर्स का अमेरिका में निर्यात प्रभावित होने की आशंका है, जो वर्तमान में ऑटो कंपोनेंट्स का 27 फीसदी और टायर का 17 फीसदी है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA के अनुसार, भारतीय निर्माता ऑफ-हाइवे और रिप्लेसमेंट टायर जैसे प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स में पिछड़ सकते हैं।

उपाय

लागत कम करने पर देना होगा ध्यान

ICRA के अनुसार, यह टैरिफ भारत को जापान, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों की तुलना में नुकसान पहुंचाएगा, जिन्हें कम निर्यात शुल्कों का लाभ मिलता है। नुकसान से बचने के लिए निर्यातकों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस प्रभाव को कम करने के लिए भौगोलिक विविधीकरण और लागत दक्षता में सुधार करें। वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं और भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच भारतीय ऑटो क्षेत्र का परिदृश्य सतर्क बना हुआ है।

बिक्री 

जून में कैसी रही ऑटोमोबाइल बिक्री  

घरेलू बाजार में जून में ऑटो सेक्टर का प्रदर्शन सभी क्षेत्रों में असमान रहा। कारों की थोक बिक्री में सालाना आधार पर 7 फीसदी की गिरावट आई, जबकि निर्यात 14 फीसदी बढ़ा है। दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना 4.3 फीसदी और मासिक 4.8 फीसदी की गिरावट आई है। साथ ही निर्यात 34 फीसदी बढ़ा है। ICRA को वित्त वर्ष 2026 में कारों की थोक बिक्री में 1-4 फीसदी और दोपहिया वाहनों की 6-9 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।