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पैंक्रियास को नुकसान पहुंचा सकती हैं रोजमर्रा की ये 5 आदतें, आज ही बदलें

पैंक्रियास को नुकसान पहुंचा सकती हैं रोजमर्रा की ये 5 आदतें, आज ही बदलें

लेखन सयाली
Nov 24, 2025
01:59 pm

क्या है खबर?

पैंक्रियास यानि अग्न्याशय एक ग्रंथि है, जो पेट के पिछले हिस्से में स्थित होती है। इसका काम पाचन एंजाइमों का उत्पादन करता होता है, जो छोटी आंत तक जाते हैं। इसके अलावा यह अंग इंसुलिन और ग्लूकागन जैसे हार्मोन बनाता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। हमारे रोजमर्रा की ये खराब आदतें पैंक्रियास को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

#1

धूम्रपान

जो लोग रोजाना धूम्रपान करते हैं, वो अपनी पैंक्रियास को हानि पहुंचाकर बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं। इस बुरी आदत से तीव्र और जीर्ण, दोनों प्रकार के पैंक्रियाटाइटिस (अग्नाशयशोथ) का खतरा बढ़ जाता है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन पैंक्रियास की कोशिकाओं में कैल्शियम की मात्रा को अचानक बढ़ा सकता है। इससे कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और सूजन भी बढ़ जाती है। धूम्रपान करने से पैंक्रियाटिक कैंसर का भी खतरा रहता है।

#2

अस्वास्थ्यकर भोजन करना

अस्वास्थ्यकर डाइट लेने से पैंक्रियास पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ज्यादा मात्रा में संतृप्त वसा या कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से इस अंग से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं। जंक और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन पथरी के निर्माण में योगदान देता है, क्योंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है। पित्ताशय की पथरी पित्त नली को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे पाचन एंजाइम पैंक्रियास के अंदर फंस जाते हैं। इससे उसके क्षतिग्रस्त होने का खतरा रहता है।

#3

शराब पीना

जो आदत पैंक्रियास के लिए सबसे खतरनाक है, वह है शराब पीना। नियमित रूप से ज्यादा मात्रा में शराब पीना पैंक्रियाटाइटिस के प्रमुख कारणों में से एक है। शराब ट्रिप्सिन जैसे पाचक एंजाइमों को आंत तक पहुंचने से पहले ही पैंक्रियास के अंदर फंसा देती है। इससे ये एंजाइम भोजन के बजाय पैंक्रियास के ऊतकों को ही पचाने लगते हैं और गंभीर सूजन पैदा करते हैं। शराब पैंक्रियास में मौजूद तरल पदार्थ को गाढ़ा और चिपचिपा भी बना देती है।

#4

शारीरिक गतिविधि न करना

यह बात सभी जानते हैं कि मोटापा पैंक्रियास को नुकसान पहुंचा सकता है। इसी तरह शारीरिक गतिविधियां न करना भी इस समस्या को बढ़ाता है। गतिहीन जीवनशैली इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा देती है और पैंक्रियास को ज्यादा इंसुलिन बनाने के लिए मजबूर करती है। इससे पैंक्रियास का कार्य बढ़ जाता है और तनाव पैदा होने लगता है। इसके परिणामस्वरूप यह अंग क्षतिग्रस्त हो सकता है। ऐसे में आपको रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए या महज पैदल चलना चाहिए।

#5

ज्यादा दवाइयां खाना

लोग हल्का सिर या बदन दर्द होने पर भी दवा खा लेते हैं, जो आराम जरूर देती हैं। हालांकि, इनका शरीर पर नकारात्मक असर भी पड़ता है, जैसे कि पैंक्रियास को हानि पहुंचना। ऐसा तब होता है जब आप बार-बार या बहुत ज्यादा दवाइयां खाते हैं। थियाजाइड्स, सल्फोनामाइड्स, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स और एस्ट्रोजेन्स युक्त दवाइयों से विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए। ये तत्व पैंक्रियाटाइटिस के जोखिम को बढ़ा देती हैं और कैंसर का भी कारण बन सकती हैं।