गृह मंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच हुई मुलाकात में क्या-क्या हुआ?
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बंजरग पूनिया, साक्षी मलिक और संगीता फोगाट समेत अन्य पहलवान शाह के आवास पर रात करीब 11 बजे उनसे मिलने पहुंचे थे। इस दौरान पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग दोहराई। आइए जानते हैं पहलवानों की गृह मंत्री से मुलाकात कितनी सार्थक रही और इसमें क्या-क्या हुआ।
बैठक में क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्री शाह से मुलाकात के दौरान पहलवानों ने बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच का स्टेटस जानना चाहा। इस दौरान पहलवानों ने जोर देकर कहा कि जल्द से जल्द एक मजबूत चार्जशीट दाखिल की जानी चाहिए, जबकि गृह मंत्री ने कहा कि तय प्रक्रिया का पालन किया जाना जरूरी है। इससे पहले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा था कि पहलवानों का पूरा सहयोग किया जाएगा और निष्पक्ष जांच होगी।
बैठक में अमित शाह बोले- कानून को अपना काम करने दें
NDTV की रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्री शाह ने पहलवानों को न्याय का भरोसा दिलाते हुए कहा, "कानून सबसे लिए समान है और कानून को अपना काम करने दें। सभी को जांच में सहयोग करना चाहिए।" उन्होंने पहलवानों से पूछा कि क्या दिल्ली पुलिस को काम करने का समय नहीं देना चाहिए। बता दें कि शनिवार को पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की 5 दिन की समय सीमा समाप्त होने के बाद गृह मंत्री से मुलाकात की।
बैठक के बाद क्या बोले पहलवान?
दिग्गज पहलवान साक्षी के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि पहलवानों की गृह मंत्री के साथ शनिवार को हुई मुलाकात सार्थक नहीं रही क्योंकि उन्हें मुलाकात के दौरान वह प्रतिक्रिया नहीं मिली, जो वे चाहते थे। कादियान ने कहा, "हमें गृह मंत्री से मुलाकात के दौरान कोई सार्थक प्रतिक्रिया नहीं मिली, इसलिए हम बैठक से बाहर आ गए। अब हम विरोध-प्रदर्शन के लिए आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे।"
हमारे विरोध को किया गया नजरअंदाज- पहलवान
पहलवानों का आरोप है कि WFI प्रमुख बृजभूषण के खिलाफ उनके विरोध को काफी हद तक नजरअंदाज किया गया है, जिससे तंग आकर उन्होंने हरिद्वार जाकर गंगा नदी में अपने मेडल विसर्जित करने की घोषणा की। हालांकि, पहलवानों ने किसान नेता नरेश टिकैत के हस्तक्षेप के बाद अस्थायी रूप से अपनी इस योजना को स्थगित कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता, उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा।
9 जून तक किसानों संगठनों ने सरकार को दिया है अल्टीमेटम
इससे पहले महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में किसानों ने महापंचायत करके सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने मांग की है कि सरकार को पहलवानों की शिकायतों का समाधान करना चाहिए और बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करेगी तो वह 9 जून को पहलवानों के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर जाएंगे और पूरे देश में पंचायत करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर पहलवानों ने जनवरी में भी प्रदर्शन किया था। तब जांच के लिए एक समिति का गठन होने के बाद पहलवानों ने धरना खत्म कर दिया था। इस जांच में लेटलतीफी के चलते अप्रैल में पहलवान फिर से धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज की गईं। फिलहाल विशेष जांच दल (SIT) मामले की जांच कर रहा है।