जानें क्यों इस बार बजट से पहले पेश नहीं होगा आर्थिक सर्वेक्षण
हर साल केंद्रीय बजट पेश होने से पहले संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है, जो इस बार पेश नहीं होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सीधे अंतरिम बजट पेश करेंगी। ये लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का अंतिम बजट होगा। इस तरीके के अंतरिम बजट को वोट-ऑन-अकाउंट भी कहते हैं। बजट से पहले 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश न होने का बड़ा कारण अंतरिम बजट है। हालांकि, एक वैकल्पिक रिपोर्ट उपलब्ध है।
क्यों नहीं आएगा आर्थिक सर्वेक्षण?
इस साल लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में केंद्र में सरकार बदलने पर पिछले वर्ष के प्रदर्शन और भविष्य का विश्लेषण करने वाले आर्थिक सर्वेक्षण पर राजनीति हो सकती है। इससे आर्थिक सर्वेक्षण के बाद की नियमित बजट की प्रक्रिया भी बाधित हो सकती है। आर्थिक सर्वेक्षण की जगह केंद्र सरकार ने 'भारतीय अर्थव्यवस्था- एक समीक्षा' शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है। इसमें अर्थव्यवस्था से जुड़े कई अहम आंकड़ें और विश्लेषण हैं।
क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण?
आर्थिक सर्वेक्षण केंद्र सरकार की एक व्यापक वार्षिक रिपोर्ट होती है, जो बीते साल में भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन का विश्लेषण करती है। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था की भविष्य की संभावनाओं पर एक अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। केंद्रीय बजट से पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) द्वारा इसे पेश किया जाता है। यह सरकार की वित्तीय योजनाओं की एक जरूरी पृष्ठभूमि भी प्रदान करता है।