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दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा क्यों हुई जहरीली?
दिवाली के दिन दिल्ली का AQI 335 पर पहुंच गया है (फाइल तस्वीर)

दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा क्यों हुई जहरीली?

लेखन आबिद खान
Oct 20, 2025
12:05 pm

क्या है खबर?

दिवाली से पहले ही दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण बढ़ गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, राजधानी में औसत वायु गुणवत्ता सूंचकाक (AQI) 335 पर पहुंच गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। आनंद विहार में तो AQI 400 से भी ज्यादा हो गया है। इसके चलते 35 से ज्यादा इलाकों में प्रदूषण का रेड अलर्ट जारी किया गया है। आइए जानते हैं दिल्ली की हवा क्यों जहरीली हो गई है।

वजह

क्यों खराब हुई दिल्ली की हवा?

केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली (DSS) के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गिरावट राजधानी के भीतर के स्रोतों की तुलना में बाहरी कारकों के कारण ज्यादा हुई है। रविवार के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कुल PM2.5 का 67.89 प्रतिशत हिस्सा बाहरी स्रोतों से था। बाकी 32.11 प्रतिशत प्रदूषण राजधानी के भीतर के स्रोतों से हुआ था। भीतरी कारणों में सबसे बड़ा हिस्सा वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का है।

पराली

क्या पराली जलाने से बढ़ा है प्रदूषण?

आमतौर पर दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पराली जलाने को जिम्मेदारी माना जाता है। हालांकि, इस बार ऐसा नहीं है। प्रदूषण के शीर्ष 5 बाहरी कारणों में पराली जलाना शामिल नहीं है। रविवार को दिल्ली के कुल प्रदूषण में पराली जलानी की घटनाओं का योगदान केवल 2.06 प्रतिशत था। DSS के आंकड़ों से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के शहरों से होने वाला प्रदूषण इसमें अहम कारण है।

कारण

दिल्ली की जहरीली हवा की सबसे बड़ी वजह क्या है? 

दिल्ली में 67.89 प्रतिशत प्रदूषण के लिए बाहरी और 32.11 प्रतिशत प्रदूषण के लिए अंदरूनी कारण जिम्मेदार हैं। बाहरी कारणों में 26.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेहिसाब स्रोतों की है। इसके बाद 20.88 प्रतिशत अन्य कारण जिम्मेदार हैं। वहीं, 5.77 प्रतिशत प्रदूषण गौतमबुद्ध नगर, 5.42 प्रतिशत गुरुग्राम और 5.13 प्रतिशत गाजियाबाद से आया है। आंतरिक कारणों में 16.43 प्रतिशत वाहनों, 4.27 प्रतिशत रहवासी गतिविधियों, 3.75 प्रतिशत अन्य, 3.63 प्रतिशत उद्योगों, 2.18 प्रतिशत निर्माण कार्य और 1.85 प्रतिशत ऊर्जा स्त्रोतों से हुआ है।

बयान

क्या कह रहे हैं जानकार?

थिंक टैंक एनवायरोकैटालिस्ट्स के संस्थापक सुनील दहिया ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, "शांत मौसम, धीमी हवा और गिरते तापमान के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। हवा पूर्व और दक्षिण-पूर्व दिशा से बह रही है। यानी पराली जलाने का योगदान बहुत ज्यादा बढ़ने की उम्मीद नहीं है। अगर पटाखे फोड़ने से होने वाला उच्च उत्सर्जन पहले से मौजूद प्रदूषण के स्तर में और बढ़ जाता है, तो दिवाली के तुरंत बाद हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है।"

प्रदूषण

कहां-कितनी प्रदूषित है हवा?

CPCB के मुताबिक, रविवार रात दिल्ली के 38 निगरानी केंद्रों में 24 ने वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' दर्ज की है। सोमवार सुबह तक, आनंद विहार में सबसे जहरीली हवा दर्ज की गई, जहां का AQI 417 था, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है। नई दिल्ली क्षेत्र में AQI 367, विजय नगर (गाजियाबाद) में 348, नोएडा में 341 और गुरुग्राम में 283 दर्ज किया गया है। रविवार शाम को 12 स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को 'बहुत खराब' बताया है।