
अमेरिका में गिरफ्तार किए गए भारतीय छात्र बदर खान सूरी के हमास से क्या हैं संबंध?
क्या है खबर?
अमेरिका में इजरायल विरोधी और फिलिस्तीन समर्थक लोगों पर कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीय छात्र बदर खान सूरी को गिरफ्तार किया है।
सूरी पर अमेरिका में हमास के समर्थन में प्रोपगेंडा फैलाने का आरोप है और इजराइल का विरोध करने के आरोप लगे हैं।
सूरी पर अब भारत निर्वासित किए जाने का खतरा मंडरा रहा है।
आइए जानते हैं सूरी कौन है और हमास से संबंधों में क्यों उसका नाम आ रहा है।
परिचय
कौन है सूरी?
सूरी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं।
वे अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के एडमंड ए वाल्श स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस में अलवलीद बिन तलाल सेंटर फॉर मुस्लिम-क्रिस्चियन अंडरस्टैंडिंग में पोस्टडॉक्टरल फेलो हैं।
उनका अकादमिक शोध संघर्ष क्षेत्रों खासतौर से अफगानिस्तान और इराक में शांति स्थापना और राज्य निर्माण पर केंद्रित था।
सूरी ने 2020 में दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में नेल्सन मंडेला सेंटर फॉर पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट रेजोल्यूशन से शांति और संघर्ष अध्ययन में PhD की है।
पत्नी
फिलिस्तीनी मूल की हैं सूरी की पत्नी
रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 में सूरी एक अंतरराष्ट्रीय सहायता काफिले का हिस्सा होकर गाजा गए थे। वहां उनकी मुलाकात मफाज अहमद यूसुफ से हुई थी।
धीरे-धीरे दोनों रिश्ते में आ गए। परिवार की सहमति से दोनों ने 2014 में दिल्ली में शादी कर ली।
फिलहाल मफाज भी अमेरिका में रहती हैं और उनके पास अमेरिकी नागरिकता है।
मफाज ने भी जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर कंटेम्पररी डिपार्टमेंट से पढ़ाई की है।
हमास
सूरी के हमास से संबंधों को लेकर क्या है विवाद?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सूरी के ससुर अहमद यूसुफ गाजा में हमास सरकार में उप विदेश मंत्री थे और बाद में संघर्ष समाधान के लिए हाउस ऑफ विजडम इंस्टीट्यूट (HoW) के प्रमुख भी बने।
अहमद यूसुफ को 'हमास के पश्चिम द्वार' के रूप में जाना जाता है।
यूसुफ हमास के पूर्व प्रमुख इस्माइल हानियह के सलाहकार भी रह चुके हैं। कथित तौर पर यूसुफ ने हानियह से मुलाकात भी की है।
आरोप
अमेरिकी प्रशासन ने सूरी पर क्या आरोप लगाए हैं?
अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग में सहायक सचिव ट्रिशिया मैकलॉघलिन ने लिखा, 'सूरी सक्रिय रूप से हमास का प्रचार कर रहा था और सोशल मीडिया पर यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा दे रहा था। सूरी के एक ज्ञात या संदिग्ध आतंकवादी से घनिष्ठ संबंध हैं, जो हमास का वरिष्ठ सलाहकार है। विदेश मंत्री ने 15 मार्च, 2025 को एक आदेश जारी किया था कि सूरी की गतिविधियों के कारण उसे INA धारा 237(a)(4)(C)(i) के तहत निर्वासित किया जा सकता है।'