
पाकिस्तान-सऊदी अरब समझौते और चाबहार बंदरगाह पर अमेरिकी फैसले को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
क्या है खबर?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भारत के रुख को स्पष्ट किया है। इनमें अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता, पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच रक्षा समझौता, चाबहार बंदरगाह को लेकर प्रतिबंधों में अमेरिकी छूट का खत्म होना और अन्य क्षेत्रीय मुद्दे शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता सकारात्मक और प्रगतिशील रही है, जिसमें व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श हुआ है।
चाबहार
भारत ने कहा- चाबहार पर फैसले के प्रभावों की जांच कर रहे
हाल ही में अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह के लिए दी गई प्रतिबंध छूट को रद्द करने की घोषणा की है। इसका भारत पर व्यापक असर पड़ने की आशंका है। मंत्रालय ने कहा, "हमने चाबहार बंदरगाह के लिए प्रतिबंधों में छूट वापस लेने के संबंध में अमेरिकी प्रेस वक्तव्य देखा है। हम वर्तमान में भारत पर इसके प्रभावों की जांच कर रहे हैं।" बता दें कि ईरान के चाबहार बंदरगाह को भारत ने 10 साल के लिए लीज पर लिया है।
सऊदी अरब
सऊदी अरब-पाकिस्तान समझौते पर मंत्रालय ने क्या कहा?
सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुए रक्षा समझौते पर मंत्रालय ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि सऊदी संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखेगा। मंत्रालय ने कहा, "भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जो पिछले कई वर्षों में काफी गहरी हुई है। हम उम्मीद करते हैं कि इस रणनीतिक साझेदारी में आपसी हितों और संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखा जाएगा।" इससे पहले भारत ने कहा था कि उसे समझौते की पहले से जानकारी थी।
नेपाल
नेपाल के हालात और अमेरिका में भारतीय की हत्या पर भी दी जानकारी
मंत्रालय ने नेपाल की स्थिति को लेकर कहा, "हालिया घटनाक्रमों के बाद भारत ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की से बात की और नेपाल के लोगों के साथ शांतिपूर्ण और समृद्ध नेपाल की उनकी यात्रा में समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई है।" कैलिफोर्निया में भारतीय इंजीनियर को पुलिस द्वारा गोली मारे जाने की घटना पर मंत्रालय ने कहा कि भारत अधिकारियों और पीड़ित के परिवार के साथ संपर्क में है।
समझौता
पाकिस्तान-सऊदी अरब में क्या समझौता हुआ है?
पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच NATO देशों की तरह एक समझौता हुआ है, जिसे 'स्ट्रैटेजिक म्यूचुअल डिफेंस एग्रीमेंट' नाम दिया गया है। इसके तहत अगर कोई सऊदी अरब या पाकिस्तान में किसी एक पर हमला करेगा तो उसे दोनों के खिलाफ हमला माना जाएगा। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस समझौते में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का भी प्रावधान है। बता दें कि सऊदी के पास परमाणु हथियार नहीं है, लेकिन पाकिस्तान के पास हैं।