बच्चों की मौत मामला: भारतीय कंपनी ने सिरप में इस्तेमाल किए थे जहरीले औद्योगिक तत्व- रिपोर्ट
क्या है खबर?
उज्बेकिस्तान में पिछले साल भारतीय कफ सिरप पीने के बाद 18 बच्चों की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि कफ सिरप बनाने के लिए नोएडा की मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने जहरीले और औद्योगिक ग्रेड के तत्वों का इस्तेमाल किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, सिरप औद्योगिक-ग्रेड प्रोपलीन गायकोल (PG) से बनाया गया, जो एक जहरीला पदार्थ है और कफ सिरप के लिए बिल्कुल उपयुक्त नहीं है।
दावा
लिक्विड डिटर्जेंट बनाने वाले PG से कफ सिरप बनाया गया- रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, PG का इस्तेमाल व्यापक रूप से लिक्विड डिटर्जेंट, पेंट, कोटिंग और कीटनाशकों की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
रॉयटर्स से बात करते हुए एक सूत्र ने कहा, "सिरप बनाने वाली कंपनी मैरियन ने औद्योगिक ग्रेड का PG खरीदा, जबकि उन्हें राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से भारतीय फार्माकोपिया ग्रेड का PG खरीदना था। कंपनी ने सिरप बनाने से पहले PG का टेस्ट भी नहीं किया।"
लायसेंस
कंपनी के पास फार्मास्युटिकल PG बनाने का लाइसेंस ही नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक, मैरियन ने माया कैमटेक इंडिया से PG खरीदा, लेकिन माया के पास फार्मास्युटिकल ग्रेड का PG बेचने का लाइसेंस ही नहीं है और वह केवल औद्योगिक ग्रेड का PG ही बेचती है।
रॉयटर्स से बात करते हुए माया कैमटेक के एक शख्स ने कहा, "हमें नहीं पता था कि मैरियन इसका उपयोग कफ सिरप बनाने के लिए करने जा रही है। हमें ये नहीं बताया जाता कि सामग्री का उपयोग कहां किया जाएगा।"
मामला
क्या है मामला?
दिसंबर, 2022 में उज्बेकिस्तान सरकार ने कहा था कि भारतीय कंपनी मैरियन का कफ सिरप पीने के बाद 18 बच्चों की मौत हो गई है।
इसके बाद केंद्र सरकार ने कंपनी के 36 नमूनों की जांच की थी, जिसमें से 22 में मिलावट पाई गई थी। सरकार ने कार्रवाई करते हुए 12 जनवरी को कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया था।
मार्च में कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी और 3 अधिकारी गिरफ्तार भी किए गए थे।
गांबिया
गांबिया से भी सामने आया था इसी तरह का मामला
पिछले साल अक्टूबर में गांबिया में भी कथित तौर पर भारतीय कफ सिरप पीने के बाद 66 बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा था कि भारतीय कफ सिरप मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं।
हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया था। बाद में अमेरिकी औषधि विभाग (CDC) ने कहा था कि बच्चों की मौत और भारतीय कफ सिरप में 'गहरा संबंध' है।