महामारी के कारण अपने माता-पिता गंवाने वाले बच्चों को मासिक भत्ता और आरक्षण देगी उत्तराखंड सरकार
क्या है खबर?
दिल्ली के बाद अब उत्तराखंड ने भी कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने माता-पिता खोने वाले बच्चों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज इसके लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत कोरोना संक्रमण के कारण अपने माता-पिता खोने वाले अनाथ बच्चों को हर महीने 3,000 रुपये का भत्ता दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 साल की उम्र तक बच्चों को ये भत्ता मिलता रहेगा।
ऐलान
सरकारी नौकरियों में दिया जाएगा 5 प्रतिशत आरक्षण
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार इन अनाथ बच्चों की शिक्षा का भी इंतजाम करेगी और उन्हें रोजगार से संबंधित ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने इन बच्चों को सरकारी नौकरियों में 5 प्रतिशत होरिजॉन्टल आरक्षण देने का ऐलान भी किया। इसका मतलब हर वर्ग के लिए आरक्षित नौकरियों में से 5 प्रतिशत इन बच्चों को दी जाएंगी।
राज्य सरकार ऐसे नियम भी बनाएगी जिनसे कोई इन बच्चों की पैतृक संपत्ति को बेच न सके।
जानकारी
जिलाधिकारियों को दी जाएगी योजना लागू करने की जिम्मेदारी
रावत ने कहा कि इस योजना को लागू करने और अनाथ बच्चों की मदद करने की जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दी जाएगी। उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि योजना की पूरी मदद बच्चों तक पहुंचे।
दिल्ली सरकार
दिल्ली में भी अनाथ बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा और पेंशन
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महामारी के कारण अपने माता-पिता खोने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक मदद देने का ऐलान भी किया था।
उन्होंने कहा था कि इन अनाथ बच्चों को 50,000 रुपये की एकमुश्त राशि के साथ-साथ 25 साल की उम्र तक हर महीने 2,500 रुपये की मासिक पेंशन भी दी जाएगी।
उनके इस कदम के साथ अन्य राज्यों और केंद्र पर भी ऐसा करने का दबाव बना है।
सुझाव
सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री को दिया था मुफ्त शिक्षा देने का सुझाव
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और कोरोना वायरस महामारी के साथ अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने कहा है कि इस त्रासदी के बाद इन बच्चों को एक बेहतर भविष्य की उम्मीद देना देश का कर्तव्य है और इन्हें नवोदय विद्यालयों में मुफ्त शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
राहुल गांधी ने उनके इस प्रस्ताव का समर्थन किया था।
कोरोना का कहर
उत्तराखंड और देश में क्या है महामारी की स्थिति?
उत्तराखंड अभी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है, हालांकि पिछले कुछ दिन में स्थिति में सुधार के संकेत मिले हैं। शनिवार को राज्य में 2,903 लोगों को संक्रमित पाया गया और 64 मरीजों की मौत हुई। अभी तक यहां 3,10,469 संक्रमित मिले हैं और 5,734 की मौत हुई है।
पूरे देश में शनिवार को 2,40,842 नए मामले सामने आए और 3,741 मौतें हुईं। देश में कुल 2,65,30,132 संक्रमित पाए जा चुके हैं और 2,99,266 मौतें हुई हैं।।