ऋषभ पंत नशे में या तेज रफ्तार से कार नहीं चला रहे थे- उत्तराखंड पुलिस
क्या है खबर?
उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की की कार दुर्घटना के मामले में बयान जारी किया है।
पुलिस ने कहा कि पंत तेज रफ्तार में गाड़ी नहीं चला रहे थे और ना ही वह नशे की हालत में थे।
दरअसल, कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि हादसे के समय पंत की कार की रफ्तार काफी तेज थी।
बता दें कि पंत फिलहाल देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं।
बयान
पंत की कार की रफ्तार गति सीमा के अंदर ही थी- हरिद्वार SSP
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने कहा, "हम ने उत्तर प्रदेश बॉर्डर से घटनास्थल तक आठ से 10 CCTV कैमरे चेक किए हैं। नेशनल हाइवे पर स्पीड लिमिट 80 किलोमीटर प्रति घंटा होती है और पंत की कार की स्पीड लिमिट इसके बाहर नहीं थी।"
उन्होंने कहा कि तकनीकी टीम ने दुर्घटना की जगह की भी जांच की है और ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे पता चले कि पंत तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे।"
बयान
नशे की स्थिति में नहीं थे पंत- पुलिस
SSP सिंह ने आगे बताया कि पंत नशे की स्थिति में भी नहीं थे।
उन्होंने कहा, "अगर वह नशे में होते तो दिल्ली से 200 किलोमीटर तक कार बिना दुर्घटना किए हुए कैसे चला पाते। पंत खुद को गाड़ी से बाहर निकालने में सफल रहे थे। अगर वो नशे में होते ऐसा नहीं कर पाते। पंत को रुड़की के अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने वाले डॉक्टर ने भी बताया था कि उनकी स्थिति सामान्य थी।"
हादसा
कैसे और कब हुआ था हादसा?
पंत के साथ हादसा शुक्रवार सुबह 5.30 बजे रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के मोड़ पर हुआ था। उस समय वह खुद ही कार चलाकार अपने घर जा रहे थे।
उसी दौरान अचानक उनकी आंख लग गई। इसके बाद उनकी मर्सिडीज अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई थी।
इसके बाद कार में आग लग गई थी, लेकिन पंत चोट के बाद भी कार का शीशा तोड़कर बाहर निकल आए थे।
उसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया था।
बयान
आंख लगने के कारण हुआ हादसा- पंत
पंत ने घायल अवस्था में बताया था कि कार चलाते समय अचानक उनकी आंख लग गई थी। इससे कार अनियंत्रित होकर हाईवे के बीच बनी रेलिंग को तोड़ते हुए डिवाइडर से जा टकराई। इससे कार में आग लग गई। उसके बाद मौके पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया।
उन्होंने बताया था कि पुलिस और ग्रामीणों ने उन्हें सबसे पहले 108 एंबुलेंस से रुड़की के अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन बाद में वहां से देहरादून रैफर कर दिया गया।
चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई थी चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पंत के एक्सीडेंट पर चिंता जताई थी। उन्होंने ट्वीट किया था, 'क्रिकेटर ऋषभ पंत के हादसे में घायल होने से व्यथित हूं। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।'
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पंत के बारे में अधिकारियों से जानकारी लेते हुए उनके समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि पंत के इलाज का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी।