गुजरात दंगे: मोदी के खिलाफ अहमद पटेल ने रची थी साजिश, तीस्ता सीतलवाड़ थीं हिस्सा- SIT
गुजरात दंगा मामलों की जांच कर रही गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (SIT) ने गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को लेकर कई खुलासे किए हैं। अदालत में सीतलवाड़ की जमानत का विरोध करते हुए SIT ने दावा किया कि वो कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल द्वारा रची गई एक साजिश का हिस्सा थीं। दावा किया गया है कि अहमद पटेल के कहने पर सीतलवाड़ को दो बार में 30 लाख रुपये दिए गए थे।
पिछले महीने गिरफ्तार हुई थीं सीतलवाड़
बीते महीने गुजरात दंगों के मामले में सुप्रीम कोर्ट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट मिलने के एक दिन बाद गुजरात पुलिस ने दो बड़ी गिरफ्तारियां की थी। पुलिस ने तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व IPS अधिकारी आरबी श्रीकुमार को गिरफ्तार किया था। इन दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप हैं। इस मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी संजीव भट की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
SIT ने अदालत में दिया हलफनामा
सत्र अदालत में दाखिल हलफनामे में SIT ने दावा किया है कि सीतलवाड़ कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल द्वारा 2002 के दंगों के बदा तत्कालीन भाजपा सरकार को गिराने के लिए रची गई बड़ी साजिश का हिस्सा थीं। उनका राजनीतिक उद्देश्य राज्य की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना था। हलफनामे में आगे लिखा है कि सीतलवाड़ ने गुजरात के लोगों को गलत मामलों में फंसाने के लिए विपक्षी राजनीतिक पार्टी से गैरकानूनी रूप से वित्तीय मदद ली थी।
भाजपा नेताओं को फंसाने के लिए विपक्षी पार्टी से मिलती थीं सीतलवाड़- हलफनामा
गवाहों के बयान का हवाला देते हुए SIT ने कहा कि अहमद पटेल के नेतृत्व में यह साजिश रची जा रही थी। पटेल के कहने पर 2002 के दंगों के बाद सीतलवाड़ को 30 लाख रुपये दिए गए थे। इसमें आगे दावा किया गया है कि सीतलवाड़ उस समय दिल्ली में सत्ता चला रही एक बड़ी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी के नेताओं से मिलती थी ताकि दंगो के मामलों में भाजपा सरकार के नेताओं को फंसाया जा सके।
अदालत ने रिकॉर्ड पर लिया हलफनामा
अतिरिक्त सत्र जज डीडी ठक्कर ने SIT के इस जवाब को रिकॉर्ड पर ले लिया है और सुनवाई को अगली तारीख तक टाल दिया। अब सोमवार को सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई होनी है।
कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया
SIT के हलफनामे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने इन्हें अहमद पटेल के खिलाफ 'निर्मित आरोप' करार दिए हैं। पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की बदले की भावना की मशीन उन दिवंगत आत्मा को भी नहीं छोड़ रही है, जो उनके राजनीतिक विरोधी थे। SIT अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर नाच रही है। यह और कुछ नहीं बल्कि एक मृत व्यक्ति को बदनाम करने का उदाहरण है।
भाजपा ने साधा निशाना
हलफनामा सामने आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्विटर पर लिखा कि तीस्ता सीतलवाड़ ने गुजरात सरकार को अस्थिर करने और नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए जो भी किया, वह कांग्रेस के इशारे पर हुआ और इसका राजनीतिक मकसद था। अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि तीस्ता सीतलवाड़ और उनके सहयोगियों ने अहमद पटेल के इशारों पर गुजरात को बदनाम करने की साजिश रची थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
तीस्ता सीतलवाड़ एक समाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार हैं। वह सिटिजन फॉर जस्टिस एंड पीस (CJP) संगठन की भी सचिव हैं। यह संगठन 2002 में गुजरात में सांप्रदायिक दंगे के पीड़ितों के लिए न्याय लड़ने के लिए स्थापित किया गया था। CJP एक सह-याचिकाकर्ता है जो दंगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 62 अन्य सरकारी अधिकारियों की सहभागिता के लिए आपराधिक मुकदमा की मांग कर चुकी है। अमित शाह ने कांग्रेस पर उनकी मदद का आरोप लगाया था।