
मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन
क्या है खबर?
विश्व प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। वे 73 साल के थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वे गंभीर रूप से बीमार थे और हृदय और फेफड़ों की जटिलताओं के कारण ICU में भर्ती थे।
उनकी मौत पर कई मशहूर हस्तियों समेत नेताओं ने भी दुख व्यक्त किया है और उनको श्रद्धांजलि दी है।
ट्विटर पोस्ट
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी श्रद्धांजलि
संगीत नाटक अकादमी, ग्रैमी, पद्म श्री, पद्म भूषण व पद्म विभूषण जैसे अनेक पुरस्कारों से सम्मानित, सुप्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद श्री जाकिर हुसैन जी का निधन कला एवं संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 15, 2024
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व प्रशंसकों को… pic.twitter.com/mGQBh74K8Q
करियर
3 साल की उम्र में शुरू कर दिया था तबला बजाना
हुसैन का जन्म 9 मार्च, 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्लाह राखा भी एक महान तबला वादक थे, जिस कारण हुसैन ने केवल 3 साल की उम्र से ही तबला बजाना शुरू कर दिया था।
उन्होंने 7 साल की छोटी उम्र में अपना पहला संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया था।
हुसैन को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री (1988), पद्म भूषण (2002) और पद्म विभूषण (2023) सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
ग्रैमी
हुसैन ने जीते 5 ग्रैमी पुरस्कार
उस्ताद हुसैन ने अपने जीवन में 5 बार संगीत जगत का प्रतिष्ठित ग्रैमी पुरस्कार जीता।
साल 1992 में हुसैन और मिकी हार्ट द्वारा सह-निर्मित एल्बम प्लैनेट ड्रम को सर्वश्रेष्ठ विश्व संगीत एल्बम के लिए ग्रैमी पुरस्कार मिला था।
इसके बाद साल 2009 के 51वें ग्रैमी अवार्ड्स में भी हुसैन ने ग्रैमी जीता।
इसी साल हुए 66वें ग्रैमी अवार्ड्स में उन्होंने इतिहास रचते हुए 3 बार ग्रैमी ट्रॉफी उठाई और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए।