बाबरी मस्जिद विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने बंद किया कल्याण सिंह के खिलाफ अवमानना का केस
क्या है खबर?
सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भाजपा के दिवंगत नेता कल्याण सिंह के खिलाफ चल रहे कोर्ट की अवमानना के केस को बंद कर दिया है।
याचिकाकर्ता और कल्याण सिंह दोनों की मौत के कारण ये मामला बंद किया गया है। मामले में सह-आरोपी रहे अन्य लोगों को भी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से राहत मिलेगी और उनके खिलाफ भी अब कोर्ट की अवमानना का केस नहीं चलेगा।
कारण
सुप्रीम कोर्ट ने दिया समय और अयोध्या जमीन विवाद के फैसले का हवाला
जस्टिस संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट बेंच ने अपने फैसले में अवमानना की कार्रवाई को बंद करने के लिए समय और अयोध्या जमीन विवाद के फैसले का हवाला दिया।
बेंच ने कहा कि मामले को लगभग 30 साल हो चुके हैं और याचिकाकर्ता और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह दोनों मर चुके हैं। बेंच ने यह भी कहा कि 2019 में आए अयोध्या जमीन विवाद के फैसले के बाद इस मामले में अब कुछ नहीं बचा है।
पृष्ठभूमि
क्या है बाबरी मस्जिद विध्वंस मामला?
राम मंदिर के लिए रथयात्रा के बाद 6 दिसंबर, 1992 को कारसेवकों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था।
उस समय वहां रथयात्रा करने वाले लालकृष्ण आडवाणी समेत भाजपा के कई शीर्ष नेता मौजूद थे।
तब राज्य में कल्याण सिंह के नेतृत्व में भाजपा की सरकार थी और उसने सुप्रीम कोर्ट में आश्वासन दिया था कि वह बाबरी मस्जिद को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करेगी। हालांकि सरकार की तरफ से ऐसा नहीं किया गया।
जानकारी
कोर्ट की अवमानना के लिए एक दिन जेल में रहे थे कल्याण सिंह
न्यूज 18 के मुताबिक, मामले में मोहम्मद असलम नामक शख्स ने कल्याण सिंह और अन्य के खिलाफ अवमानना का केस डाला था। तब कोर्ट ने सिंह को एक दिन की जेल की सजा भी सुनाई थी और उन पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया था।
विवादित बयान
कल्याण सिंह ने कहा था- मस्जिद गिरने का अफसोस नहीं, भगवान की मर्जी थी
बाबरी मस्जिद गिरने के बाद कल्याण सिंह ने कहा था कि मस्जिद का गिरना भगवान की मर्जी थी और उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है।
उन्होंने कहा था, "यह सरकार राम मंदिर के नाम पर बनी थी और उसका मकसद पूरा हुआ। ऐसे में सरकार राम मंदिर के नाम पर कुर्बान। राम मंदिर के लिए एक क्या सैकड़ों सत्ता को ठोकर मार सकता हूं।"
मस्जिद गिरने के एक दिन बाद ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
निधन
पिछले साल अगस्त में हुआ था कल्याण सिंह का निधन
बता दें कि पिछले साल अगस्त में 89 साल की उम्र में कल्याण सिंह का निधन हो गया था। सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह कई दिन अस्पताल में भर्ती रहे थे।
वह जून, 1991 से दिसंबर, 1992 और सितंबर, 1997 से नवंबर, 1999 तक दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे।
सार्वजनिक जीवन के अंतिम दिनों में वह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे थे।