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कानपुर हिंसा के बाद अब बरेली में 3 जुलाई तक धारा 144 लागू
कानपुर हिंसा के बाद अब बरेली में 3 जुलाई तक धारा 144 लागू

कानपुर हिंसा के बाद अब बरेली में 3 जुलाई तक धारा 144 लागू

Jun 05, 2022
12:13 pm

क्या है खबर?

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई हिंसा के बाद बरेली प्रशासन ने भी जिले में धारा 144 लागू कर दी है। दरअसल, कानपुर हिंसा को लेकर मुस्लिम धर्मगुरु तौकीर रजा ने 10 जून को बड़े विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। इसे देखते हुए बरेली में 3 जुलाई तक धारा 144 लागू की गई है। इस दौरान किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने और हर तरह के प्रदर्शन पर पाबंदी रहेगी।

पृष्ठभूमि

कानपुर में कैसे हुई थी हिंसा?

शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर देहात के दौरे पर थे। इसी बीच जुमे की नमाज के बाद शहर में हिंसा भड़क गई। एक भाजपा नेता के बयान के विरोध में मुस्लिम समाज के लोग यतीमखाना स्थित सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद कराने पहुंचे थे। इस दौरान बाजार बंद करने से इनकार करने पर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों की ओर से पथराव भी किया गया, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे।

कार्रवाई

हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी पुलिस

उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर हिंसा के कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और कुछ को हिरासत में लिया गया है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर वीएस मीणा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गुंडा एक्ट के तहत मामले दर्ज किए जाएंगे। इस हिंसा के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और दूसरों की भूमिका भी जांच की जा रही है। पुलिस हिंसा के पीछे विदेशी फंडिंग की भी जांच कर रही है।

गिरफ्तारी

हिंसा का कथित मास्टरमाइंड गिरफ्तार

जानकारी के अनुसार, अब तक गिरफ्तार हुए आरोपियों में मौलाना मोहम्मद अमली जौहर फैन्स एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी भी शामिल हैं। हाशमी को कानपुर में हुई हिंसा का कथित मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। उन्हें तीन अन्य आरोपियों के साथ लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 14 दिनों की पुलिस रिमांड मांगी जाएगी ताकि हिंसा की साजिश का पता लगाया जा सके।

जानकारी

तीन FIR हुई हैं दर्ज

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को हुई हिंसा के संबंध में पुलिस ने तीन FIR दर्ज की हैं और इनमें करीब 1,000 लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस वीडियो और CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की भी तैयारी कर रही है। प्रशासन को आरोपियों की संपत्ति जब्त या नष्ट करने का आदेश दिया गया है।