दिल्ली: 5 से अधिक मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर लिखे गए खालिस्तान समर्थक नारे, जांच जारी
क्या है खबर?
दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन से पहले दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन की दीवारों पर भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन में विवादास्पद नारे लिखे गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने दीवारों से इन नारों को मिटाने की कार्रवाई शुरू करने के साथ ही पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि भारत की अध्यक्षता में 9-10 सितंबर को होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मामला
दीवारों पर क्या नारे लिखे गए?
खालिस्तान के समर्थन में नारे पश्चिमी दिल्ली में दिल्ली मेट्रो के स्थित पंजाबी बाग, शिवाजी पार्क, मादीपुर, पश्चिम विहार, उद्योग नगर और महाराजा सूरजमल स्टेडियम मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर लिखे गए हैं।
दीवारों पर काले रंग से 'दिल्ली बनेगा खालिस्तान' और 'खालिस्तान रेफरेंडम जिंदाबाद' जैसे नारे लिखे गये हैं।
इंडिया टूडे के मुताबिक, नांगलोई में दिल्ली सरकार के सर्वोदय बाल विद्यालय की एक दीवार पर भी भारत विरोधी नारे लिखे हुए मिले हैं।
बयान
नारे लिखने के पीछे SFJ के कार्यकर्ता- दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के कार्यकर्ता शिवाजी पार्क और पंजाबी बाग समेत कई मेट्रो स्टेशनों पर मौजूद थे और आशंका है कि उन्होंने ये नारे लिखे हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगे CCTV कैमरों की फुटेज की जांच हो रही है।
जानकारी
दिल्ली पुलिस ने विभिन्न धाराओं में दर्ज किया केस
दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (मेट्रो) राम गोपाल नायक ने कहा कि नारे लिखने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153A, धारा 505 और संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामला
पुलिस ने और क्या कहा?
पुलिस ने कहा कि SFJ ने मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर लिखे गए नारों की फुटेज भी जारी की है।
गौरतलब है कि SFJ प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर कहा था कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में स्थित सरे शहर में 10 सितंबर को एक जनमत संग्रह का आयोजन किया जाएगा, जिस दिन दिल्ली में 2 दिवसीय G-20 शिखर सम्मेलन का आखिरी दिन होगा।
संगठन
क्या है सिख फॉर जस्टिस?
SFJ एक खालिस्तानी संगठन है, जो सिखों के लिए अलग देश की मांग करता है। इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में है और ये कनाडा में सबसे अधिक सक्रिय है।
भारत में उस पर किसान आंदोलन के बहाने खालिस्तानी विचारों और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।
26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर हुई हिंसा में भी SFJ का नाम आया था। उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है।
मामले
इससे पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
दिल्ली में इस साल गणतंत्र दिवस से पहले भी कुछ अज्ञात लोगों ने दीवारों पर देश-विरोधी नारे लिख दिए थे।
दिल्ली के पश्चिमी विहार समेत अन्य इलाकों में दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में 'खालिस्तान जिंदाबाद', 'रेफरेंडम 2020' और 'वोट फॉर खालिस्तान' जैसे नारे लिखे गए।
इससे पहले पिछले साल जुलाई में हरियाणा में करनाल पुलिस ने एक शख्स को शैक्षिक संस्थानों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया था।