दिल्ली: छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया, पहलवानों के समर्थन में निकाल रहे थे मार्च
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को आज जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन मार्च निकालने पर दिल्ली पुलिस ने अपने हिरासत में लिया है। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस पर अभद्रता और मारपीट का आरोप लगाया। बीते रविवार को बजरंग पूनिया ने दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों से अपने आंदोलन को लेकर समर्थन मांगा था। इसी बीच पहलवानों ने छात्रों के साथ दिल्ली पुलिस की अभद्रता की घटना की निंदा की है।
छात्राओं ने पुलिस पर लगाया अभद्रता और मारपीट का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहलवान पूनिया की अपील पर दिल्ली विश्वविद्यालय के गेट नंबर 4 से छात्र-छात्राओं का मार्च शुरू होना था। इस जुलूस के शुरू होने से पहले ही दिल्ली पुलिस के जवान भारी संख्या में मौके पर पहुंच गए और छात्रों को जबरन रोकने की कोशिश करने लगे। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट की, जबकि कुछ छात्रों को घसीट-घसीटकर बसों में ठूंस दिया गया।
दिल्ली पुलिस ने कई छात्र-छात्राओं को हिरासत में लिया
पहलवानों ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को बताया शर्मनाक
पहलवान साक्षी मलिक ने ट्विटर पर लिखा, 'दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं ने आंदोलित महिला पहलवानों के समर्थन में एक मार्च निकाला था। महिला पहलवानों का उत्पीड़क खुला घूम रहा है, लेकिन पुलिस उसको पकड़ने की बजाय उन लोगों को पकड़ रही है जो महिला पहलवानों के समर्थन में आ रहे हैं। आंदोलित महिला पहलवान इसकी निंदा करती हैं।' पहलवान पूनिया ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की कुछ फोटो ट्विटर पर शेयर करते हुए इस घटना को शर्मनाक बताया है।
IOA अध्यक्ष ने जंतर मंतर पहुंचकर की पहलवानों से बातचीत
बुधवार को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा जंतर-मंतर पहुंचीं और धरने पर बैठे महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी, पूनिया और बाकी पहलवानों से बातचीत की। इस दौरान IOA अध्यक्ष ने पहलवानों को जांच में हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया और धरना खत्म करने की अपील की। मुलाकात के बाद पूनिया ने कहा कि वह हमारे साथ खड़ी हैं और वह हमें न्याय जरूर दिलाएंगीं। वो पहले एक खिलाड़ी हैं और बाद में IOA अध्यक्ष ।
11 दिनों से जारी है पहलवानों का धरना
दिल्ली में भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों और अन्य खिलाड़ियों का धरना प्रदर्शन पिछले 11 दिनों से जारी है। पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस ने ब्रजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने और महिला पहलवानों को सुरक्षा देने का आदेश दिया था। हालांकि, धरने पर बैठे पहलवानों ने दिल्ली पुलिस की सुरक्षा लौटा दी थी।
मामले में बृजभूषण के खिलाफ 2 FIR हैं दर्ज
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ 2 FIR दर्ज की थीं। इसमें पहली FIR एक नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसमें यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी FIR बाकी 6 महिला पहलवानों के यौन शोषण और छेड़खानी से जुड़े आरोपों में दर्ज हुई है, जिसके बाद पुलिस आरोपों की जांच में जुटी है।