'शिवलिंग' पर सोशल मीडिया पोस्ट के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर के खिलाफ केस
क्या है खबर?
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक सहायक प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए कपटपूर्ण कार्य) के तहत केस दर्ज किया है।
लाल को धमकियां भी मिल रही हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिख AK-56 का लाइसेंस मांगा है।
पोस्ट
प्रोफेसर ने सोमवार को की थी विवादित पोस्ट
इतिहास पढ़ाने वाले प्रोफेसर रतन लाल ने सोमवार को फेसबुक पर ज्ञानवापी मस्जिद में मिली तथाकथित शिवलिंग से संबंधित तस्वीरें शेयर करते हुए इस दावे पर कटाक्ष किया था, जो कई यूजर्स के गले नहीं उतरा।
इसके बाद जब उन्हें धमकियां मिलने लगीं तो उन्होंने वीडियो पोस्ट कर पुलिस से मदद और सुरक्षा की मांग की।
पुलिस ने उन्हें सुरक्षा तो नहीं दी, लेकिन कुछ लोगों की शिकायत पर साइबर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
परंपरा
लाल ने कहा- हिंदू धर्म में आलोचना की लंबी परंपरा
मामले पर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए प्रोफेसर लाल ने कहा कि उन्हें अभी तक पुलिस से कोई नोटिस नहीं मिला है, लेकिन अगर उन्हें नोटिस मिला तो वो पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।
उन्होंने कहा, "मैं इस बयान के लिए धमकियों और गालियों की उम्मीद नहीं कर रहा था। हिंदू धर्म में फुले से लेकर रविदास और अंबेडकर तक आलोचना की एक लंबी परंपरा है। यहां तो मैंने आलोचना भी नहीं की थी, बस अवलोकन बताया था।"
इंटरव्यू
काटा हुआ लग रहा है शिवलिंग- लाल
लाल ने मामले में आजतक से भी बात की। उन्होंने कहा, "मैं इतिहास का छात्र हूं और इतिहास का छात्र अपने हिसाब से चलता है। जो शिवलिंग की बात कही जा रही है, वह तोड़ा हुआ नहीं लग रहा है, काटा हुआ लग रहा है... साधु भी कह रहे हैं कि छेड़छाड़ हुई है। मैं भी तो यही कह रहा हूं कि खतना हुआ है और यह मेरी राय है। यह तानाशाही है कि आप मुझे बोलने नहीं देंगे।"
बयान
लाल बोले- पीपल का पत्ता भी तोड़ दो तो भावनाएं आहत हो जाती हैं
लाल ने आगे कहा, "अगर पीपल का पत्ता भी तोड़ दें तो भावना आहत हो जाती है। क्या मेरी भावना आहत नहीं हो रही है? लोग मुझे गालियां दे रहे हैं। इस देश में दलित, बैकवर्ड और मुसलमानों की कोई आस्था नहीं है, सिर्फ आप ही की आस्था है। अगर मुझे जान से मारना है तो मार दीजिए।"
उन्होंने कहा, "मैंने राष्ट्रवादी इतिहास पर PhD की है... लोगों ने मुझे गाली दी है, क्या उन पर FIR नहीं होनी चाहिए।"
ज्ञानवापी मस्जिद मामला
क्या है ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने का मामला?
वाराणसी कोर्ट के आदेश पर काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का वीडियो सर्वे किया गया था।
सोमवार को ये सर्वे पूरा होने के बाद एक हिंदू महिला याचिकाकर्ता के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने दावा किया कि मस्जिद में स्थित तालाब को खाली किया गया तो इसमें शिवलिंग मिली। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने इसके एक फाउंटेन होने का दावा किया है।
फिलहाल इलाके को सील किया हुआ है और कल सर्वे की रिपोर्ट जारी होगी।