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#NewsBytesExplainer: प्रधानमंत्री की 5 देशों की यात्रा कितनी अहम, BRICS सम्मेलन में क्या-क्या होगा?
प्रधानमंत्री मोदी अगले हफ्ते 5 देशों की यात्रा पर जाएंगे

#NewsBytesExplainer: प्रधानमंत्री की 5 देशों की यात्रा कितनी अहम, BRICS सम्मेलन में क्या-क्या होगा?

लेखन आबिद खान
Jun 29, 2025
04:14 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 5 देशों की यात्रा पर जाएंगे। ये उनके कार्यकाल के सबसे लंबे विदेश दौरों में से एक होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया जाएंगे। वे ब्राजील में 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जो रियो डी जेनेरियो में आयोजित किया जाएगा। इस यात्रा का उद्देश्य भारत के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। आइए पूरा कार्यक्रम और एजेंडा समझते हैं।

कार्यक्रम

कैसा रहेगा प्रधानमंत्री का दौरा?

प्रधानमंत्री का दौरा 2 से 9 जुलाई तक होगा। 2 जुलाई को वे घाना पहुंचेंगे। ये 3 दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला घाना दौरा होगा। 3-4 जुलाई को वे त्रिनिदाद और टोबैगो जाएंगे, जो इस देश में प्रधानमंत्री का पहला दौरा होगा। 4-5 जुलाई को यात्रा की तीसरे चरण में प्रधानमंत्री अर्जेंटीना पहुंचेंगे। इसके बाद 5 से 8 जुलाई तक वे ब्राजील का दौरा करेंगे। यात्रा के आखिरी पड़ाव में 9 जुलाई को प्रधानमंत्री नामीबिया जाएंगे।

घाना

कैसा होगा प्रधानमंत्री का घाना दौरा? 

प्रधानमंत्री घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसमें द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा करने और आर्थिक, ऊर्जा एवं रक्षा सहयोग तथा विकास सहयोग साझेदारी के माध्यम से इसे बढ़ाने के लिए अवसरों पर चर्चा की जाएगी। बयान के मुताबिक, यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने और इकोनॉमिक कम्युनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स (ECOWAS) और अफ्रीकी संघ (अफ्रीकन यूनियन) के साथ भारत की भागीदारी को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।

 त्रिनिदाद और टोबैगो

त्रिनिदाद और टोबैगो में क्या-क्या करेंगे प्रधानमंत्री?

त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री वहां जा रहे हैं। यह 1999 के बाद से त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री स्तर की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री वहां की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित कर सकते हैं।

अर्जेंटीना

कितना अहम अर्जेंटीना का दौरा?

राष्ट्रपति जेवियर माइली के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री अर्जेंटीना का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति माइली के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश और प्रमुख क्षेत्रों में भारत-अर्जेंटीना साझेदारी को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां प्रधानमंत्री के एजेंडे में लिथियम, कृषि, LNG और परमाणु सहयोग भी शामिल हैं। बता दें कि पहलगाम हमले की निंदा करने वाले देशों में अर्जेंटीना भी शामिल था।

ब्राजील

ब्राजील का दौरा सबसे अहम

प्रधानमंत्री ब्राजील में BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह प्रधानमंत्री की ब्राजील की चौथी यात्रा भी होगी। इस दौरान वे राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। दोनों नेताओं के बीच व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य और सामरिक साझेदारी को व्यापक बनाने पर चर्चा होने की उम्मीद है। दोनों देश अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने और रक्षा उत्पादन के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए समझौता कर सकते हैं।

BRICS

BRICS सम्मेलन में किन मुद्दों पर होगी चर्चा?

BRICS सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री वैश्विक शासन में सुधार, शांति और सुरक्षा, बहुपक्षवाद को मजबूत करने, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जिम्मेदार उपयोग, जलवायु, वैश्विक स्वास्थ्य, आर्थिक और वित्तीय मामलों सहित प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। इस साल शिखर सम्मेलन की थीम 'अधिक समावेशी और सतत शासन के लिए ग्लोबल साउथ सहयोग को मजबूत करना' रखी गई है। सम्मेलन का समापन जलवायु परिवर्तन व्यवस्था के वित्तपोषण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के शासन पर उच्च-स्तरीय घोषणाओं के साथ होगा।

चीन

BRICS सम्मेलन में पुतिन-जिनपिंग शामिल नहीं होंगे

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन BRICS सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ब्राजीली राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को राजकीय भोज पर बुलाए जाने के चलते जिनपिंग ने ये कदम उठाया है। जिनपिंग अपने प्रधानमंत्री को सम्मेलन में भेज सकते हैं। 2024 में रूस के कजान में हुए BRICS सम्मेलन में मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हुई थी।

प्लस

क्या है BRICS?

BRICS प्रमुख उभरती हुए अर्थव्यवस्था वाले 5 देशों का समूह है। इसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। 2009 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने इसकी स्थापना की थी। 2010 में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हुआ। 2024 में समूह में मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को जोड़ा गया। BRICS देश वैश्विक जनसंख्या के 49.5 प्रतिशत, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 40 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 26 प्रतिशत हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं।