17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र में बोले प्रधानमंत्री मोदी- सदन ने पीढ़ियों का इंतजार खत्म किया
क्या है खबर?
17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सदन के सदस्यों, स्पीकर, कानूनों और उपलब्धियों का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "ये 5 साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के रहे, यह बहुत कम होता है कि सुधार हों, काम हों और हम बदलाव को अपनी आंखों के सामने होता हुआ देखें।"
प्रधानमंत्री ने ये बातें राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कही।
स्पीकर
स्पीकर को लेकर क्या बोले प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री ने कहा, "अध्यक्ष महोदय, मैं आपको धन्यवाद देता हूं। कभी-कभी सुमित्रा (महाजन) जी मजाक करती थीं, लेकिन आपका चेहरा हमेशा मुस्कान से भरा रहता है। आपने हर स्थिति को धैर्य और स्वतंत्रता के साथ निपटाया है। इन 5 वर्षों में मानवता इस सदी की सबसे बड़ी चुनौती से निपटी। सदन में आना एक चुनौती था। अध्यक्ष महोदय, आपने सुनिश्चित किया कि सभी उपाय किए जाएं और देश का काम कभी न रुके।"
बयान
हमने पीढ़ियों का इंतजार खत्म किया- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारी अनेक पीढ़ियां जिन बातों का इंतजार करती थीं, ऐसे काम पिछले 5 साल में हुए। पीढ़ियों का इंतजार हमने खत्म किया। अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान का सपना देखा था, लेकिन हर पल उस संविधान में दरार दिखाई देती थी। इसी सदन ने धारा 370 को खत्म किया। हमने डाटा प्रोटेक्शन बिल लाकर पूरी भावी पीढ़ी को सुरक्षित कर दिया है। इस सदन ने आतंकवाद के विरुद्ध सख्त कानून बनाए।"
धन्यवाद
प्रधानमंत्री ने सांसदों को भी दिया धन्यवाद
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं संकट के उस समय में अपना भत्ता छोड़ने के लिए सभी सांसदों की सराहना करता हूं। किसी ने इस पर दोबारा विचार नहीं किया। कोरोना काल के दौरान देश के लोगों को संदेश देते हुए सांसदों ने अपने वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती करने का फैसला किया। आपने तय किया कि कैंटीन में हर कोई बाहर के बराबर ही भुगतान करेगा। आपने हमारा मजाक उड़ाने वालों को रोक दिया।"
उत्पादकता
17वीं लोकसभा की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयास की वजह से 17वीं लोकसभा में 97 प्रतिशत कामकाज हुआ है।
उन्होंने कहा, "7 सत्र तो 100 फीसदी से ज्यादा उत्पादकता वाले रहे। इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है। मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में शत प्रतिशत की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे। पहले सत्र में दोनों सदन में 30 विधेयक पारित किए गए। यह एक रिकॉर्ड है।"
चर्चा
सदन में राम मंदिर पर हुई चर्चा
सदन में आज राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा थी। इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह 6 दिसंबर की घटना का जश्न मना रही है। इस पर स्पीकर ने हस्तक्षेप भी किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जो राम के बिना भारत की कल्पना करते हैं, वो भारत को नहीं जानते।
भाजपा नेता सत्यपाल सिंह ने कहा, "जहां राम हैं, वहां धर्म है। जिन्होंने धर्म को नष्ट किया वे मारे गए।"
जानकारी
संसद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
देश में अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होना है। उससे पहले ये संसद का आखिरी सत्र था। अब 17वीं लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। 17वीं लोकसभा के दौरान कुल 222 विधेयक पारित किए गए।