
प्रधानमंत्री ने फिर आत्मनिर्भरता पर दिया जोर, बोले- चिप से लेकर शिप तक देश में बनाएंगे
क्या है खबर?
अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अब किसी पर निर्भर रहना मंजूर नहीं कर सकता। उन्होंने नोएडा में उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो के शुभारंभ के दौरान ये बातें कही। उन्होंने व्यापारियों से अपील करते हुए कहा, "हम चिप से शिप तक भारत में बनाना चाहते हैं। इसलिए अपना बिजनेस मॉडल ऐसा बनाइए, जो आत्मनिर्भर भारत को मजबूती देता हो।"
बयान
प्रधानमंत्री बोले- जो भारत में बना सकते, वो यहीं बनाएं
प्रधानमंत्री ने कहा, "बदलती हुई दुनिया में जो देश जितना दूसरों पर निर्भर रहेगा, उसका विकास उतना ही प्रभावित होगा। इसलिए भारत को आत्मनिर्भर बनाना होगा। हर वो उत्पाद जो हम भारत में बना सकते हैं, वो यहीं बनाना है। आज मेरे सामने इतनी बड़ी संख्या में उद्यमी हैं। आप आत्मनिर्भर भारत के बड़े स्टेकहोल्डर हैं। आप जानते हैं कि सरकार मेक इन इंडिया पर कितना जोर दे रही है। हम चिप से शिप तक भारत में बनाना चाहते हैं।"
GST
प्रधानमंत्री बोले- हम GST से आर्थिक मजबूती लाए
प्रधानमंत्री ने कहा, "2014 से पहले जब हमारी सरकार नहीं थी तो सिर्फ 2 लाख रुपये तक ही इनकम टैक्स माफ था। आज हमने 12 लाख रुपए तक टैक्स फ्री किया है। नए GST बदलाव से इस साल देश के लोगों को ढाई लाख करोड़ रुपए बचने जा रहे हैं। देश आज गर्व के साथ GST बचत उत्सव मना रहा है। 2017 में हम GST लाए, आर्थिक मजबूती की। 2025 में फिर से GST लाए, फिर आर्थिक मजबूती करेंगे।"
GST से फायदा
1,000 की शर्ट पर केवल 35 रुपये टैक्स देना होगा- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, "GST में बदलाव भारत की विकास गाथा को नई उड़ान देंगे। इससे GST पंजीकरण सरल होगा, टैक्स विवाद कम होंगे और MSME को तेज रिफंड सुनिश्चित होगा। 2014 से पहले इतने सारे टैक्स थे कि कारोबार और परिवार का बजट संतुलित नहीं हो पाते थे। पहले 1,000 रुपये की शर्ट पर 117 रुपये टैक्स लगता था। अब नई GST दर के बाद 1,000 रुपये की शर्ट पर सिर्फ 35 रुपये टैक्स देना होगा।"
आत्मनिर्भरता
लगातार आत्मनिर्भर होने की अपील कर रहे हैं प्रधानमंत्री
अमेरिकी टैरिफ और वैश्विक व्यापार से जुड़ी चिंताओं के बीच प्रधानमंत्री लगातार आत्मनिर्भर बनने की अपील कर रहे हैं। 20 सितंबर को उन्होंने गुजरात में कहा था, "अगर सच में हमारा कोई दुश्मन है तो वो दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता है।" 21 सितंबर को उन्होंने कहा था कि विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा और हर एक घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना होगा।